प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अवंता ग्रुप के प्रमोटर गौतम थापर को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बताया कि थापर को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत मंगलवार रात गिरफ्तार किया गया। एजेंसी ने उनके और उनके संबंधित व्यवसायों के खिलाफ दिल्ली और मुंबई में छापेमारी भी की है।
उन्हें बुधवार को अदालत में पेश किए जाने की उम्मीद है जहां ईडी उनकी हिरासत की मांग करेगा।
ईडी उनकी कंपनी अवंता रियल्टी, यस बैंक के सह-संस्थापक राणा कपूर और उनकी पत्नी के बीच कथित लेन-देन की जांच कर रहा है, जिनकी एजेंसी पहले से ही पीएमएलए के तहत जांच कर रही है।
ईडी ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज एक प्राथमिकी का संज्ञान लेने के बाद मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था।
बता दें कि इस साल जून में, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने थापर समेत उनके दिल्ली और गुरुग्राम में स्थित दो निजी फर्मों के प्रमोटरों और निदेशकों को यस बैंक को 466.51 करोड़ रुपये का कथित नुकसान पहुंचाने के लिए गिरफ्तार किया था।
यस बैंक धोखाधड़ी मामले में ईडी सहित कई एजेंसियों द्वारा उद्योगपति की जांच की जा रही है जिसमें निजी बैंक के सह-संस्थापक राणा कपूर को भी गिरफ्तार किया गया है।
थापर और अन्य आरोपियों पर 466.15 करोड़ रुपये के सार्वजनिक धन के दुरुपयोग के लिए आपराधिक साजिश, आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी और जालसाजी में संलिप्तता का आरोप है। मामला दर्ज करने के बाद सीबीआई की टीम ने दिल्ली और एनसीआर, लखनऊ (उत्तर प्रदेश), सिकंदराबाद (तेलंगाना) और कोलकाता (पश्चिम बंगाल) में 14 स्थानों पर छापेमारी की थी।