'वानाक्राई रैनसमवेयर' जैसे नाम वाले इस वायरस ने फिर से साइबर अटैक छेड़ दिया है। इस साइबर अटैक की वजह से भारत के सबसे बड़े मुंबई स्थित कंटेनर पोर्ट जवाहर लाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (JNPT) समेत दुनिया की 20 बड़ी कंपनियों का कामकाज रूक गया है।
यूक्रेन हुआ ज्यादा प्रभावित
साइबर अटैक का सबसे ज्यादा प्रभाव यूक्रेन में पड़ा है। यहां सरकारी मंत्रालयों, बिजली कंपनियों और बैंक के कंप्यूटर सिस्टम में बड़ी खराबी आई है। जानकारी के मुताबिक यूक्रेन का सेंट्रल बैंक, सरकारी बिजली वितरक कंपनी, विमान निर्माता कंपनी एंतोनोव और डाक सेवाओं को लगभग इसने ठप कर दिया है।
रैंसमवेययर जैसा ही खतरनाक
इस हमले को रैंसमवेयर जितना ही गंभीर बताया जा रहा है। रूस की शीर्ष तेल उत्पादक कंपनी रोजनेफ्ट ने बयान जारी कर कहा है उसके आईटी सिस्टम्स इस साइबर हमले के शिकार हुए हैं। मॉस्को और डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में भी कुछ कंपनियां इससे बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन स्थित ग्लोबल शिपिंग कंपनी ने कहा कि उसका कंप्यूटर सिस्टम भी साइबर अटैक से प्रभावित हुआ है।
यूक्रेन से हमले की संभावना
कुछ लोगों का मानना है यह हमला यूक्रेन से किया गया है। साइबर सुरक्षा जानकारों के अनुसार, इसके स्पेन और भारत समेत अन्य देशों में भी फैलने की संभावना है. जो भी देश इसकी चपेट में आए हैं, वहां काफी बड़ी समस्या पैदा हो सकती है।