बिहार की मतदाता सूची के मसौदे से नाम जोड़ने या हटाने के लिए किसी भी राजनीतिक दल द्वारा निर्वाचन आयोग से संपर्क नहीं किए जाने पर आयोग के सूत्रों ने शुक्रवार को सवाल उठाया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अब तक कोई आपत्ति क्यों नहीं जतायी है।
राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए सूत्रों ने कहा कि लगता है कांग्रेस नेता ‘‘अभी के बजाय चुनाव के बाद ही’’ अपने दावे करेंगे और आपत्तियां जताएंगे।
निर्वाचन आयोग के ताजा बुलेटिन के अनुसार, एक अगस्त को बिहार की मसौदा मतदाता सूचियां प्रकाशित होने के बाद से अब तक किसी भी राजनीतिक दल ने नाम जोड़ने या हटाने का अनुरोध नहीं किया है।
निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि हमेशा की तरह, राहुल गांधी बिहार के एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) पर आपत्तियां अभी देने के बजाय चुनाव के बाद ही देंगे।’’
आयोग ने लोकसभा में विपक्ष के नेता पर यह कटाक्ष उनके कर्नाटक, महाराष्ट्र और हरियाणा में ‘‘वोट चोरी’’ का आरोप लगाने के एक दिन बाद किया है।