आपके पास पुराने मैजिस्ट्रिप (मैग्नेटिक) डेबिट कार्ड तो नहीं है? यदि है तो उसे 31 दिसंबर से पहले रिप्लेस करवा लें। दरअसल, 31 दिसंबर के बाद यह पुराने डेबिट कार्ड किसी काम के नहीं रहेंगे।
आरबीआई के मुताबिक निजी और सरकरी बैंकों के सभी मैग्नेटिक स्ट्राइप कार्ड 31 दिसंबर 2018 के बाद काम करना बंद कर देंगे। ऐसे में उपभोक्ताओं को पुराने एटीएम कार्ड की जगह ईएमवी चिप वाला डेबिट कार्ड लेना होगा। भारतीय रिजर्व बैंक ने 2015 में एटीएम कार्ड के जरिये हो रहे फ्राड को रोकने के लिए सभी बैंकों को निर्देश जारी किया था कि वे उपभोक्ताओं को जारी पुराने मैगस्ट्रिप कार्ड (बिना चिप वाले) आगामी 31 दिसंबर के पूर्व बदलकर ईएमवी चिप कार्ड जारी करें। बैंकों ने उसी समय से इस पर अमल शुरू कर दिया था, लेकिन जब समय नजदीक आ गया है और बड़ी संख्या में लोगों के मैगस्ट्रिप कार्ड नहीं बदले गए जिससे बैंकों की चिंता बढ़ गई है।
ऐसे करें कार्ड की पहचान
ऐसे तो बैंक अपने ग्राहकों को मैसेज के जरिए ये जरूरी सूचना भेज रहे हैं। लेकिन आप अपने एटीएम कार्ड को देख कर भी इसका पता लगा सकते हैं। यदि आपके डेबिट कार्ड के सेंट्रल लेफ्ट पोजिशन में चिप नहीं लगी है तो इसका मतलब है कि यह मैजिस्ट्रिप डेबिट कार्ड है। इसे आपको बदलना होगा।
ऐसे करें रिप्लेस के लिए अप्लाई
पुराने एटीएम कार्ड बदलकर उनकी जगह ईएमवी चिप वाला डेबिट कार्ड पाने के लिए ग्राहकों को ऑनलाइन बैंकिंग से अप्लाई करना होगा। अगर कोई ऐसा नहीं कर पाता तो बैंक की ब्रांच में जाकर भी अप्लाई कर सकता है।
ऑनलाइन अप्लाई करने के लिए सबसे पहले WWW.ONLINESBI.COM पर यूजर आईडी और पासवर्ड डालकर लॉगइन करना होगा। यहां ई सर्विसेस में जाकर “एटीएम कार्ड सर्विसेज पर क्लिक करके आगे के इंस्ट्रक्शंस को फॉलो करना होगा।
क्या है वजह?
आरबीआई के मुताबिक सुरक्षा के लिहाज से यह कदम ऊठाया जा रहा है। चिप कार्ड में डाटा चोरी होने की आशंका नहीं है। चिप कार्ड में उपभोक्ता से जुड़ी सभी जानकारी होने के कारण इसे कॉपी नहीं किया जा सकता। आरबीआई के मुताबिक स्ट्राइप लगे कार्ड पर दिए गए डाटा को कॉपी कर नकली कार्ड बनाना काफी आसान है।