रपट में कहा गया, पिछले 10 साल (2005-2015) में यूरोप में लोगों की औसत संपत्ति में पांच प्रतिशत की गिरावट आई है। जबकि इसी 10 साल की अवधि में आस्ट्रेलिया में लोगों की औसत संपत्ति 100 प्रतिशत और कनाडा में 50 प्रतिशत से अधिक बढ़ी है।
संपत्ति वृद्धि के बारे में रपट में कहा गया कि पोलैंड और माल्टा जैसे कुछ यूरोपीय देशों का प्रदर्शन अच्छा रह सकता है। पश्चिमी और दक्षिणी यूरोप में बहुत वृद्धि की उम्मीद नहीं है क्योंकि जर्मनी, फ्रांस, इटली और स्पेन जैसे देश संघर्ष करते रहेंगे। यूरोप में पिछले 10 साल में जिन प्रमुख वजहों से संपत्ति सृजन प्रभावित हो रहा है उनमें अमीरों का देश छोड़कर जाना और विशेष तौर पर विनिर्माण क्षेत्र के रोजगारों का एशिया जाना शामिल है। रपट में कहा गया, आने वाले दिनों में हमें उम्मीद है कि यूरोप से रोजगार उभरते देशों और विशेष तौर पर चीन, भारत, श्रीलंका, फिलिपीन और वियतनाम जैसे उभरते देशों में जाना बना रहेगा।
एजेंसी