उद्घाटन अवसर वक्ताओं ने कहा कि इन्फ्रास्ट्रक्चर में बढ़ते निवेश के साथ आने वाले समय में निर्माण उपकरणों की मांग बढ़ेगी। एक अनुमान के मुताबिक भारतीय निर्माण उद्योग का राजस्व 23 बिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 1.5 लाख करोड़) का आंकड़ा पार कर जाएगा। बॉमा कॉनेक्स्पो इंडिया के कमर्शियल डायरेक्टर तुषार अलेकर ने बताया कि इस मेले में 30 देशों सहित 653 प्रदर्शकों ने हिस्सा लिया है। उन्होंने कहा कि इसमें 30 हजार तक आगंतुक आने की उम्मीद है।
15 दिसम्बर तक चलने वाले कंस्ट्रक्शन में काम आने वाली मशीनरी के अलावा मैटेरियल-कैमिकल इत्यादी को भी यहां पेश किया गया है। इस प्रदर्शनी में निर्माण उपकरण क्षेत्र से जुड़े लोगों को बाजार की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी देने के अलावा उद्योग के दिग्गजों के साथ इन्टरेक्शन के अवसर प्रदान किया जा रहा है। बॉमा कॉनेक्सपो इण्डिया के आयोजक बीसी एक्सपो इण्डिया के सीईओ इगोर पालका ने यहां बताया कि चीन, जर्मनी, अमेरिका तथा स्पेन ने यहां अपने पवेलियन बनाया है। भारत की तमाम बड़ी कंपनियां इसमें भागेदारी देंगी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अगले दो सालों में इन्फ्रास्ट्रक्चर पर 22 फीसदी निवेश बढ़ाने की प्रतिबद्धता जाहिर की है। भारत सरकार एवं अन्तरराष्ट्रीय विकास बैंक नई सडक़ों, पुलों, समुद्रों और हवाई अड्डों, रेलवे एवं उर्जा परियोजनाओं के लिए अरबों रुपया खर्च कर रहें हैं। उन्होंने बताया कि सडक परिवहन, राजमार्ग एवं नौवहन के केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने स्पष्ट किया है कि भारत सरकार अगले पांच सालों में सडक़ व राजमार्ग क्षेत्र पर 25 लाख करोड़ रुपए तक खर्च करने की घोषणा कर चुकी है। ऐसे में इस सेक्टर में बहुत अवसर है।