केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने एक बयान में कहा कि वित्त वर्ष 2016-17 की अप्रैल-अक्तूबर अवधि में प्रत्यक्ष कर का संग्रहण 3.77 लाख करोड़ रुपये रहा है। यह पिछले साल इसी अवधि में हुए प्रत्यक्ष कर संग्रहण से 10.6 प्रतिशत अधिक रहा है।
वित्त वर्ष 2016-17 के लिए प्रत्यक्ष कर के बजट अनुमान का 44.5 प्रतिशत अक्तूबर तक संग्रहित किया जा चुका है। प्रत्यक्ष कर में कारपोरेट आयकर और व्यक्तिगत आयकर शामिल है।
वित्त वर्ष 2016-17 में प्रत्यक्ष कर संग्रहण में 12.64 प्रतिशत की वृद्धि होने का अनुमान है और इसके 847097 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है। वित्त वर्ष 2015-16 में यह आंकड़ा 752021 करोड़ रुपये था।
आलोच्य अवधि में पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले कारपोरेट आयकर के सकल संग्रहण में 11.6 प्रतिशत और व्यक्तिगत आयकर में 18.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पर बयान में कहा गया है कि रिफंड के समायोजन के बाद कार्पोरेट आयकर संग्रह की वृद्धि 5 प्रतिशत और व्यक्तिगत आयकर संग्रह की वृद्धि 18.4 प्रतिशत है।
अप्रैल से अक्तूबर तक 93,836 करोड़ रुपए के रिफंड जारी किए गए जो एक साल पहले इसी अवधि की तुलना में 32.2 प्रतिशत ज्यादा है।
भाषा
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    