अगर आप कोरोना लॉकडाउन के चलते जूम मीटिंग करते-करते बोर हो गए हैं, तो आपके लिए एक नया विकल्प आया है। वह है वर्चुअल रियलिटी यानी वीआर ऐप। इस ऐप के जरिए जब आप मीटिंग करते हैं तब आपको अपने सहकर्मियों के मीटिंग या कॉन्फ्रेंस रूम में बैठने का एहसास होता है। होराइजन वर्करूम्स नाम का यह ऐप फेसबुक का है।
फोटो या प्रेजेंटेशन भी शेयर कर सकते हैं
इस ऐप में एक साथ 16 वीआर हेडसेट यूजर भाग ले सकते हैं। उनके अलावा करीब 30 लोग वीडियो कॉल के जरिए भी जुड़ सकते हैं। सामने वर्चुअल कुर्सी और मेज होती है। हर यूजर की कुर्सी पर एक इमेज रहती है। हेडसेट यूजर जब बोलता है तब उस इमेज का मुंह भी उसी हिसाब से हिलता है। सामने एक वर्चुअल व्हाइटबोर्ड भी होगा जिस पर यूजर फोटो या प्रेजेंटेशन शेयर कर सकते हैं। फेसबुक रियलिटी लैब्स के वाइस प्रेसिडेंट एंड्रयू बोसवर्थ के अनुसार कंपनी में इस ऐप का इस्तेमाल करीब एक साल से हो रहा है।
आवाज अलग दिशा से आती महसूस होती है
वर्करूम्स को रियल लाइफ से भी जोड़ा गया है। हेडसेट यूजर अगर अपने वास्तविक कंप्यूटर स्क्रीन को वर्चुअल रियलिटी में देखना चाहता है तो एक डेस्कटॉप ऐप के जरिए वह ऐसा कर सकता है। इसमें एकाउस्टिक्स की ऐसी व्यवस्था की गई है कि जब अलग-अलग लोग बोलते हैं तब आवाज अलग-अलग दिशा से आती हुई महसूस होती है। इसमें साउंड कैंसिलेशन फीचर का भी इस्तेमाल किया गया है जिससे बैकग्राउंड में होने वाला शोर सुनाई नहीं पड़ता है।
इस्तेमाल में कुछ परेशानियां भी
लेकिन इस ऐप का इस्तेमाल करने के लिए कुछ कीमत भी चुकानी पड़ेगी। वैसे तो फेसबुक का यह ऐप फ्री है, लेकिन जिस ऑकुलस क्वेस्ट 2 हेडसेट पर इसे देखा जा सकता है उसकी कीमत 300 डॉलर है। हेडसेट का वजन करीब आधा किलो है। आधे घंटे की मीटिंग में इसे चेहरे पर बांधे रखना मुश्किल हो सकता है। इसके फोम वाले फेस पैड से त्वचा में जलन की शिकायत आने के बाद कंपनी ने जुलाई में इनकी बिक्री बंद कर दी थी। अब वह सिलीकान पैड के साथ नए सेट ला रही है।