इस मेले का आयोजन मेसी मंचेन इंडिया कर रहा है। यह पहली बार होगा कि इसमें बिजनेस टू गवर्नमेंट संवाद भी होगा। यानी की कंपनियां सीधे सरकार से बात कर सकेंगी। मेसी मंचेन इंडिया के सीईओ भूपिन्द्र सिंह बताया कि इलेक्ट्रॉनिका इंडिया और प्रोडक्ट्रॉनिका इंडिया द्वारा पूरे विश्व की तमाम इलेक्ट्रॉनिक कंपनियों को आमंत्रित किया गया है। उन्होंने बताया कि इन व्यापार मेलों में पहली बार अनेक भारतीय राज्य भी भाग ले रहे हैं जिनमें राजस्थान, छत्तीसगढ़, हरियाणा, झारखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश के राज्य स्तरीय पैवेलियन सम्मिलित हैं। मेले के दौरान एल्सिना (ईएलसीआइएनए) और मेसी मंचेन इंडिया ने संयुक्त रूप से एक सीईओ फोरम-इन्वेस्ट इंडिया का आयोजन किया है। इस फोरम में देसी और विदेशी निर्माण कंपनियों को इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिजाइन एवं निर्माण (ईएसडीएम) क्षेत्र में राज्यों में आकर्षक निवेश करने के अवसर हासिल होंगे।
भूपिन्द्र सिंह ने बताया कि भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार के बारे में अनुमान है कि वर्ष 2020 तक यह 400 बिलियन डॉलर तक पहुँच जाएगा। एल्सिना के अनुसंधान के अनुसार भारत में 2020 तक पीसीबी उद्योग की वृद्धि 6 बिलियन डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है। इस बार मेसी मंचेन इंडिया और एल्सिना द्वारा संयुक्त रूप से ‘इंडिया पीसीबी टेक’ का आयोजन हो रहा है जिसमें विभिन्न औद्योगिक सेगमेंट में पीसीबी की बढ़ती मांग पूरी करने के लिए दुनिया भर के सर्वश्रेष्ठ निर्माता और आपूर्तिकर्ता अपनी-अपनी पीसीबी तकनीकों का प्रदर्शन करेंगे। इस संयुक्त पहल से संपूर्ण पीसीबी औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र और संबंधित आपूर्ति शृंखला एकजुट होंगी।
इन व्यापार मेलों को मुख्य रूप से इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय तथा प्रमुख राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संघों का समर्थन हासिल है जिनमें इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ईएलसीआइएनए), इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड सेमीकंडक्टर एसोसिएशन (आइईएसए), राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (एनएसआइसी), कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड अप्लायंसेस मैन्यूफैक्चरिंग एसोसिएशन (सीईएएमए), कंसोर्टियम ऑफ इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्रीज इन कर्नाटक (सीएलआइके), जर्मन इलेक्ट्रिकल ऐंड इलेक्ट्रॉनिक मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन (जेडवीईआइ) एवं कई दूसरी कंपनियाँ शामिल हैं। इनके समर्थन से इलेक्ट्रॉनिका इंडिया एवं प्रोडक्ट्रॉनिका इंडिया को शानदार आयोजन बनाने में मदद मिली है।