औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) आधारित औद्योगिक उत्पादन जुलाई माह में 2.49 प्रतिशत (संशोधित) गिरा था जो इसका 8 महीने का निचला स्तर है। विनिर्माण व पूंजीगत सामान क्षेत्र में गिरावट का असर पूरे औद्योगिक उत्पादन सूचकांक पर पड़ा। संचयी आधार पर चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अगस्त की अवधि में औद्योगिक उत्पादन एक साल पहले की तुलना में 0.3 प्रतिशत संकुचित हुआ जबकि पिछले साल इसमें इसी दौरान 4.1 प्रतिशत की बढोतरी दर्ज की गई थी। आज जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार विनिर्माण क्षेत्र में अगस्त महीने में 0.3 प्रतिशत की गिरावट आई जबकि पिछले साल इसमें 6.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी। उल्लेखनीय है कि आईआईपी सूचकांक में विनिर्माण क्षेत्र का हिस्सा 75 प्रतिशत का है। पूंजीगत सामान का उत्पादन अगस्त महीने में 22.2 प्रतिशत घटा जबकि पिछले साल अगस्त में इसने 21.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की थी।
आंकड़ों के अनुसार खनन गतिविधियों में इस साल अगस्त महीने में 5.6 प्रतिशत की गिरावट आई जबकि अगस्त 2015 में इसमें 5.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी। टिकाऊ उपभोक्ता सामान खंड का उत्पादन अगस्त महीने में 2.3 प्रतिशत बढा जबकि गैर टिकाऊ उपभोक्ता सामान की वृद्धि दर लगभग स्थिर रही। कुल मिलाकर उपभोक्ता सामान उत्पादन अगस्त महीने में 1.1 प्रतिशत बढा जबकि एक साल पहले इसकी वृद्धि दर छह प्रतिशत रही थी।
उद्योगवार बात की जाए तो आलोच्य महीने में विनिर्माण क्षेत्र में 22 उद्योग समूहों में से सात की वृद्धि दर नकारात्मक रही।
भाषा