देश की अर्थव्यवस्था के लिए चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही अच्छी रही है। इस दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 7.2 फीसदी रही। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अनुसार दूसरी तिमाही में यह दर 6.5 फीसदी थी। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही में कृषि, विनिर्माण, निर्माण और कुछ सेवाओं के अच्छे प्रदर्शन के चलते यह सुधार दर्ज किया गया है। 31 मार्च को समाप्त हो रहे वित्त वर्ष के अंत तक अर्थव्यवस्था के 6.6 फीसदी रहने का अनुमान है।
Q3 GDP growth is at 7.2%, up from Q2's 6.5% pic.twitter.com/HLlW2rpX4c
— ANI (@ANI) February 28, 2018
दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में विकास दर 6.5 फीसदी रही थी जबकि सीएसओ ने इसके 6.3 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था। पिछला सर्वोच्च स्तर जुलाई-सितंबर 2016-17 की तिमाही का था। इस दौरान यह आंकड़ां 7.5 फीसदी पहुंच गया था। इस दौरान चीन की जीडीपी की वृद्धि दर 6.8 फीसदी रही थी। इस मामले में भारत ने चीन को पीछे छोड़ दिया है। इसके साथ ही भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन गया है।
तेजी पकड़ने के लिए सही राह पर चल रही है अर्थव्यवस्थाः डॉ.देवराय
प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष डॉ.विवेक देवराय ने कहा कि अर्थव्यवस्था तेजी पकड़ने के लिए सही राह पर चल रही है। उन्होंने कहा कि विकास दर में ताजा विस्तार से यह साफ हो गया है कि सरकार ने परिणाम दिखाना शुरू कर दिया है।
The economy is on the right track to accelerate and the current expansion in the growth rate reflects that the reforms initiated by the government have started showing results: Dr Bibek Debroy, Chairman of the Economic Advisory Council to PM pic.twitter.com/U7KA3IbEQN
— ANI (@ANI) February 28, 2018
उन्होंने कहा कि सरकार की ढांचागत सुधारों को लागू करने के प्रति प्रतिबद्धता की वजह से आने वाली तिमाहियों में विकास की गति और तेज होगी। औद्योगिक और सेवा के क्षेत्र में सरकार के खर्च में वृद्धि होने से भी लाभ होगा।