वर्ल्ड बैंक ने अनुमान लगाया है कि भारत 2018-19 में दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था वाला देश बना रहेगा। वर्ल्ड बैंक ने एक रिपोर्ट में कहा कि चालू वित्त वर्ष (2018-19) के दौरान भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 7.3% की दर से बढ़ेगा। दूसरी ओर, भारत की तुलना में चीन का विकास दर 6.3% ही रहने की उम्मीद है, जो 2018 में 6.5 रही थी।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मंगलवार को जारी बैंक की ग्लोबल इकोनॉमिक प्रॉस्पेक्ट्स (जीईपी) रिपोर्ट ने अगले वित्त वर्ष के लिए अपनी जून रिपोर्ट में भारत के लिए किए गए पूर्वानुमानों और चालू वित्त वर्ष के लिए 7.3% के अनुमान को बरकरार रखा, जो 2017-18 में दर्ज 6.7% से अधिक था। हालांकि, यह चेतावनी दी गयी है कि दक्षिण एशिया में आगामी चुनाव में राजनीतिक अनिश्चितता की स्थिति भी बनी रहेगी।
बैंक ने कहा कि चुनौतीपूर्ण राजनीतिक माहौल कुछ देशों में चल रहे सुधार एजेंडे और आर्थिक गतिविधियों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं। जीईपी (GEP) ने पूरे विश्व के लिए एक निराशाजनक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। पिछले वर्ष के लिए अनुमानित 3% से नीचे और अगले दो वर्षों में केवल 2.8% की दर से वृद्धि का और चालू वर्ष के लिए विकास दर धीमी होकर 2.9% रहने का अनुमान है।
‘भारत ने व्यापार रैंकिंग में काफी तेजी दर्ज की’
वर्ल्ड बैंक प्रॉस्पेक्ट्स ग्रुप के डायरेक्टर अहान कोसे ने एक इंटरव्यू में कहा, 'निवेश में तेजी आने और खपत के कारण, हमें उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2018-2019 में भारत की जीडीपी 7.3 प्रतिशत रहेगी, जबकि 2019 और 2020 में वृद्धि के साथ 7.5 प्रतिशत हो जाएगी। भारत ने व्यापार रैंकिंग में काफी तेजी दर्ज की। भारत मजबूत है।' यह मोदी सरकार के लिए खुश खबरी के रूप में भी है, क्योंकि इस वर्ष लोकसभा के चुनाव भी होने हैं।
जीएसटी की सराहना
वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लागू करने के मोदी सरकार के फैसले को सराहनीय बताया है। रिपोर्ट में कहा, 'भारत में जीएसटी की शुरुआत और नोटबंदी के फैसले ने अनौपचारिक क्षेत्रों को औपचारिक क्षेत्र में बदलने का काम किया है।'
रिपोर्ट के अनुसार, 'जीएसटी और नोटबंदी के कारण 2017 में भारत की अर्थव्यवस्था में गिरावट गिरावट आई थी। 2017 में चीन का विकास दर 6.9 प्रतिशत रहा, जबकि भारत की जीडीपी वृद्धि 6.7 प्रतिशत थी। लेकिन एक बार फिर नोटबंदी और जीएसटी के कारण अस्थाई मंदी के बाद अर्थव्यवस्था में फिर से तेजी आ रही है। भारत मजबूत है।'