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कभी पेड़ के नीचे बैठकर करते थे पढ़ाई, आज दुनिया के टॉप अरबपतियों में हो रही है इस शख्स की गिनती

साइबरसिटी फर्म जीस्केलर के मालिक 62 वर्षीय जय चौधरी ने हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट 2021 में 577 स्थान की छलांग...
कभी पेड़ के नीचे बैठकर करते थे पढ़ाई, आज दुनिया के टॉप अरबपतियों में हो रही है इस शख्स की गिनती

साइबरसिटी फर्म जीस्केलर के मालिक 62 वर्षीय जय चौधरी ने हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट 2021 में 577 स्थान की छलांग लगाई है। और वह जय चौधरी भारत के टॉप-10 अरबपतियों में शामिल हो गए हैं। बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट के अनुसार अभी जय और उनके परिवार के पास नैसडैक में लिस्टेड जीस्केलर के 45 फीसदी शेयर हैं। इस कंपनी की अपनी का मूल्य 28 बिलियन डॉलर है।

हुरून लिस्ट के अनुसार पिछले साल जय चौधरी की संपत्ति 271 % की वृद्धि के साथ 13 बिलियन डालर  पहुंच गई । कोरोना काल में डिजिटल टेक्नोलॉजी अपनाए जाने के कारण चौधरी की कंपनी को काफी लाभ हुआ। कोरोना काल में लॉकडाउन होने की वजह से लोगों ने जूम जैसे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप और नेटफ्लिक्स जैसे कंन्टेंट प्लेटफॉर्म का काफी उपयोग किया गया।

2021 में जीस्केलर ने 157 मिलियन डॉलर पर क्रमानुसार 10% और 55% साल दर साल रिवेन्यू जनरेट किया है। कंपनी ने अपनी नवीनतम तिमाही आय घोषित करने के बाद कहा कि दुनिया में कहीं से भी जल्दी काम करने के उद्देश्य से जीस्केलर को बनाया गया था। कंपनी के पास 5,000 से अधिक ग्राहक हैं।

अरबपति जय चौधरी हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के पनोह नामक एक हिमालयी गांव में पले-बढ़े हैं। जहां उस वक्त बिजली तक की पहुंच नहीं थी। उन्होंने पेड़ों के नीचे बैठकर पढ़ाई की है।  उन्होंने कई साल पहले दिए गए एक इंटरव्यू में बताया कि वह पड़ोस के गांव धूसरा में अपने हाई स्कूल की पढ़ाई करने लगभग 4 किलोमीटर पैदल जाते थे।

बता दें कि जय चौधरी एक अमेरिकन सिटिजन हैं। जिन्होंने 2008 में जीस्केलर नामक की अपनी एक कंपनी की शुरुआत की थी, जिसके बाद 2018 में कंपनी का आईपीओ लॉन्च किया गया। 2019 में चौधरी ने बताया कि मेरी सफलता के पीछे सबसे बड़ी वजह यह है कि मेरा पैसे के लिए बहुत कम लगाव है। मेरा मकसद केवल लोगों के लिए इंटरनेट और क्लाउड को सुरक्षित बनाना था, जिससे हर कोई बिना किसी परेशानी के व्यवसाय कर पाए।

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