रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट 0.25 फीसदी घटाने के बाद करीब आधा दर्जन सरकारी बैंकों ने अपने कर्ज सस्ते कर दिए हैं। इन बैंकों ने एमसीएलआर में 0.25 फीसदी की कटौती की है। इनमें बैंक ऑफ इंडिया, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और बैंक ऑफ महाराष्ट्र भी शामिल हैं। पिछले हफ्ते मौद्रिक नीति की समीक्षा में रिजर्व बैंक ने बैंकों द्वारा कर्ज सस्ता नहीं करने पर नाराजगी जताई थी। एमसीएलआर में कटौती के बाद इन बैंकों के होम, ऑटो और दूसरे लोन सस्ते हो जाएंगे। उम्मीद है कि त्योहारों में कर्ज की मांग बढ़ेगी।
ओवरसीज और सेंट्रल बैंक ने ब्याज दरें 0.25 फीसदी घटाईं
ओवरसीज बैंक ने एक बयान में कहा कि रेपो रेट से जुड़े कर्ज पर ब्याज की दर 0.25 फीसदी घटकर 8 फीसदी होगी। नई दर 1 नवंबर से लागू होगी। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो आधारित कर्ज पर ब्याज दर 0.25 फीसदी घटाई है। यह 10 अक्टूबर से प्रभावी हो गई है। अलग-अलग श्रेणी के लिए ब्याज की दरें अलग हैं।
बैंक ऑफ इंडिया, ओरिएंटल बैंक का एमसीएलआर 0.05 फीसदी घटा
बैंक ऑफ इंडिया ने एक साल के एमसीएलआर में सिर्फ 0.05 फीसदी कटौती की है। यह 10 अक्टूबर से लागू होगी। आम तौर पर रिटेल कर्ज का एमसीएलआर एक साल ही होता है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने सभी अवधि के कर्ज के लिए एमसीएलआर 0.10 फीसदी घटाया है। इसका एक साल का एमसीएलआर 8 अक्टूबर से 8.40 फीसदी हो गया है। ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स ने एक साल का एमसीएलआर 8.40 से घटाकर 8.35 फीसदी कर दिया है। यह भी 10 अक्टूबर से प्रभावी हो गया है।