मध्यप्रदेश के नीमच निवासी सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ ने आज पीटीआई..भाषा को बताया कि उन्हें सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत मिली जानकारी से पता चला कि 31 मार्च को खत्म वित्तीय वर्ष में एनटीपीसी ने 49.03 लाख टन उड़न राख बेचकर 115.35 करोड़ रपये का राजस्व कमाया। सरकारी क्षेत्र की इस महारत्न कम्पनी ने वित्तीय वर्ष 2014-15 के दौरान 48.24 लाख टन उड़न राख बेचकर 112.52 करोड़ रुपये की कमाई की थी।
एनटीपीसी के संयंत्रों में वित्तीय वर्ष 2015-16 में 588.28 लाख टन उड़न राख पैदा हुई, जबकि वित्तीय वर्ष 2014-15 में 591.53 लाख टन उत्पन्न हुई थी।
आरटीआई अर्जी के जवाब में यह भी बताया गया कि एनटीपीसी के बदरपुर, दादरी, उंचाहार, रामागुण्डम, फरक्का, कहलगांव, टाण्डा और सीपत स्थित संयंत्रों की उड़न राख बेची जा रही है, जबकि अन्य स्टेशनों में उत्पन्न उड़न राख की खेप संबंधित इकाइयों को नि:शुल्क जारी की जा रही है।
भाषा
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