कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के छह करोड़ से अधिक सदस्यों को वित्त वर्ष 2018-19 के लिए 8.65 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा। श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने मंगलवार को कहा कि ईपीएफओ जल्द अपने 6 करोड़ सदस्यों के खातों में ब्याज को क्रेडिट करेगा। उन्होंने कहा कि साल 2018-19 6 करोड़ सदस्यों को 8.65 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा।
श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि वित्त मंत्री 8.65 फीसदी ब्याज दर के लिए सहमत थी। इससे पहले ये खबरें आ रही थी कि वित्त मंत्रालय ब्याज दर कम करने के लिए कह रहा है। हालांकि, अब 8.65 फीसदी की दर से ईपीएफ अंशधारकों को ब्याज मिलेगा। गंगवार ने कहा कि अब जल्द ही ये ब्याज खाताधारकों को मिलेगा।
इससे पहले श्रम मंत्रालय 2018-19 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) जमा पर 8.65 प्रतिशत की ब्याज दर को जल्द अधिसूचित करेगा। श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने पहले इस बात की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्रालय को इस ब्याज दर पर किसी तरह की कोई आपत्ति नहीं है। भविष्य निधि खाताधारकों के खाते में ब्याज का पैसा जमा करने के लिए श्रम मंत्रालय की अधिसूचना की जरूरत होती है। मंत्रालय ब्याज दर को लेकर अधिसूचना जारी करता है। इसके बाद ही भविष्यनिधि के छह करोड़ से ज्यादा अंशधारकों को इसका फायदा होगा।
इसके अलावा, ईपीएफओ इस ब्याज दर पर भविष्य निधि कोष की निकासी के दावों का निपटान कर सकेंगे। फिलहाल, भविष्य निधि निकासी दावों के तहत ईपीएफओ 2018-19 के लिए 8.65 प्रतिशत की दर से ब्याज का भुगतान कर रही है। वहीं, वित्त वर्ष 2017-18 के लिए ईपीएफ जमा पर 8.55 प्रतिशत की ब्याज दर से ब्याज दिया गया था।