पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले में सीबीआइ द्वारा दायर चार्जशीट में नाम आना इस बैंक और इलाहाबाद बैंक की पूर्व प्रबंध निदेशक (एमडी) उषा अनंत सुब्रमणियन के लिए महंगा पड़ा। सरकार ने उन्हें सोमवार को सेवा से बर्खास्त कर दिया। उनकी बर्खास्तगी ठीक उसी दिन हुई जिस दिन वह रिटायर होने वालीं थी। यह जानकारी नई दिल्ली में जारी सरकारी अधिसूचना में दी गई।
तीन महीने पहले इलाहाबाद बैंक के निदेशक मंडल ने उषा अनंत सुब्रमणियन से उनके सभी अधिकार और शक्तियां वापस ले लीं थी। 14,000 करोड़ रुपये के पीएनबी धोखाधड़ी मामले में सीबीआइ द्वारा दायर आरोपपत्र में उषा का नाम आने के बाद वित्त मंत्रालय के निर्देश पर इलाहाबाद बैंक निदेशक मंडल ने यह कदम उठाया था। लेकिन वह बैंक की कर्मचारी बनीं हुईं थी। वह सोमवार को रिटायर होने वालीं थी पर उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।
उषा दो बार पीएनबी में शीर्ष पदों पर रही। इलाहाबाद बैंक में जाने से पहले वह अगस्त 2015 से लेकर मई 2017 तक पंजाब नेशनल बैंक की प्रबंध निदेशक थीं। जुलाई 2011 से नवंबर 2013 तक वह बैंक की कार्यकारी निदेशक रहीं थी।