बजट को लेकर उद्योग जगत ने कहा कि 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' पर ध्यान केंद्रित करना एक अच्छा कदम गै। तय रूप से इससे देश आर्थिक रूप से तरक्की करेगा और रोजगार के अवसर मिलेंगे। कर छूट की अवधि एक वर्ष के लिए बढ़ा भी सकारात्मक कदम है।
इंफॉर्मा मार्केट्स इन इंडिया के प्रबंध निदेश योगेश मुद्रास ने कहा कि इस वर्ष का केंद्रीय बजट कोविड-19 के प्रभावों से उबरने और स्थिरीकरण के लिए है। बजट में स्टार्ट-अप्स के लिए एमएसएमई और इंडिया इंक के लिए कुछ पहल की गई है। ईसीएलजेएस योजना का विस्तार एमएसएमई के लिए एक स्वागत योग्य कदम है। कर छूट की अवधि एक वर्ष के लिए बढ़ा दी गई है, जो मेरी राय में एक बहुत ही सकारात्मक कदम है। नई निगमित विनिर्माण इकाइयों के लिए 15% की कर दर तय की गई है जो विनिर्माण गतिविधियों को और बढ़ावा देगी। हेल्थकेयर और इंफ्रास्ट्रक्चर बजट 2022 के मुख्य आकर्षण थे, सड़कों और लॉजिस्टिक्स नेटवर्क के विस्तार में बड़े निवेश किए गए थे।
उन्होंने कहा कि ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करते हुए 'डिजिटल रुपया' का शुभारंभ एक मजबूत संदेश भेजता है कि भारत प्रौद्योगिकी कार्यान्वयन में सबसे आगे है। रिज़र्व बैंक द्वारा डिजिटल मुद्रा जारी करना विनियमित विनियमन के साथ एक संरचित दृष्टिकोण प्रदान करेगा और सभी धन लेखांकन को सक्षम करके लेनदेन में पारदर्शिता को सक्षम करेगा। डिजिटलीकरण पर जोर पारिस्थितिकी तंत्र में अधिक समावेश का मार्ग प्रशस्त करेगा। 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' पर ध्यान केंद्रित करना एक अच्छा कदम है क्योंकि इससे अर्थव्यवस्था में उद्यमशीलता को और बढ़ावा मिलेगा।