शुरुआती कारोबार में रुपया आज यानी मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 7 पैसे गिरकर अब तक के सबसे निचले स्तर 80.05 पर आ गया है। सोमवार को रुपया 79.97 पर बंद हुआ था। अमेरिकी डॉलर इस साल अब तक भारतीय रुपये के मुकाबले 7.5% ऊपर है। डॉलर इंडेक्स सोमवार को एक सप्ताह के निचले स्तर पर फिसलकर 107.338 पर पहुंच गया। पिछले हफ्ते डॉलर इंडेक्स बढ़कर 109.2 हो गया था, जो सितंबर 2022 के रुपया आज बाद सबसे ज्यादा है।
ये रुपया का अबतक का रिकॉर्ड निचला स्तर है, जो डॉलर के मुकाबले 80 के पार खुला है। पिछले एक महीने में रुपया 2 फीसदी से भी ज्यादा टूट चुका है। वहीं, एक साल में रुपया डॉलर के सामने एक साल में 7.4 फीसदी नीचे गिर गया है।
दरअसल डॉलर कभी इतना महंगा नहीं था , इसे बाजार की भाषा में कहा जा रहा हैं कि रुपया रिकॉर्ड लो पर यानी अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। मुद्रा का दाम हर रोजाना घटता बढ़ता रहता है। डॉलर की जरूरत बढ़ती चली गई। इसकी तुलना में बाक़ी दुनिया में हमारे सामान या सर्विस की मांग नहीं बढ़ी, इसी कारण डॉलर महंगा होता चला गया।
बता दें कि रुपया का स्तर रिकॉर्ड निचले लेवल पर पहुंच गया है। रुपये में कमजोरी के कई कारण हैं। डॉलर इंडेक्स में पिछले एक हफ्ते के निचले स्तर से रिकवरी देखने को मिली है। इसके अलावा कच्चे तेल में तेजी का दोहरा दबाव देखने को मिला।