दिल्ली में लाल किले के पास हुए घातक कार विस्फोट मामले में एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक कश्मीरी निवासी को गिरफ्तार किया है, जिसने आत्मघाती हमलावर के साथ मिलकर इस आतंकी हमले की साजिश रची थी।
गौरतलब है इस इस हमले में 12 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी और 32 अन्य घायल हो गए थे।
एजेंसी ने आमिर राशिद अली को गिरफ्तार किया, जिसके नाम पर हमले में शामिल कार पंजीकृत थी। उसे एनआईए ने दिल्ली से गिरफ्तार किया, जिसने 10 नवंबर की शाम करीब 7 बजे हुए विस्फोट के एक दिन बाद दिल्ली पुलिस से मामला अपने हाथ में लेने के बाद व्यापक तलाशी अभियान चलाया था।
एनआईए ने एक बयान में कहा कि उसकी जांच से पता चला है कि जम्मू-कश्मीर के पंपोर के संबूरा निवासी आरोपी ने कथित आत्मघाती हमलावर उमर उन नबी के साथ मिलकर आतंकी हमला करने की साजिश रची थी।
आतंकवाद निरोधक एजेंसी के अनुसार, आमिर कार की खरीद में मदद करने के लिए दिल्ली आया था, जिसका इस्तेमाल अंततः विस्फोट को अंजाम देने के लिए वाहन-जनित इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) के रूप में किया गया था।
एनआईए ने फोरेंसिक जांच से पता लगाया है कि आईईडी से भरे वाहन के मृतक चालक की पहचान उमर उन नबी के रूप में हुई है, जो पुलवामा जिले का निवासी था और फरीदाबाद स्थित अल फलाह विश्वविद्यालय में जनरल मेडिसिन विभाग में सहायक प्रोफेसर था।
आतंकवाद-रोधी एजेंसी ने नबी का एक और वाहन भी ज़ब्त कर लिया है। इस मामले में सबूतों के लिए इस वाहन की जाँच की जा रही है। इस मामले में एनआईए अब तक 73 गवाहों से पूछताछ कर चुकी है, जिनमें 10 नवंबर को राष्ट्रीय राजधानी में हुए विस्फोट में घायल हुए लोग भी शामिल हैं।
दिल्ली पुलिस, जम्मू-कश्मीर पुलिस, हरियाणा पुलिस, उत्तर प्रदेश पुलिस और विभिन्न सहयोगी एजेंसियों के साथ निकट समन्वय में काम करते हुए एनआईए ने कहा कि वह विभिन्न राज्यों में अपनी जांच जारी रखे हुए है।
एजेंसी ने आगे कहा कि वह बम विस्फोट के पीछे की बड़ी साजिश का पता लगाने और मामले में शामिल अन्य लोगों की पहचान करने के लिए विभिन्न सुरागों का पता लगा रही है।