अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा संरक्षणवादी उपाय किए जाने की संभावना के बीच निवेशकों में डालर का आकर्षण बढ़ रहा है। नोटबंदी की वजह से भी निवेशक सतर्क बने हुए हैं। अमेरिकी प्रतिभूतियों पर प्राप्तियां बढ़ने से भी रुपये पर असर हुआ। इसके अलावा इस समय डालर ज्यादातर विदेशी बाजार में अन्य मुद्राओं की तुलना में ऊपर चल रहा है। इससे पहले 28 अगस्त, 2013 को रुपये ने अपने दिन के सर्वकालिक निचले स्तर 68.85 को छुआ था और यह 68.80 प्रति डालर पर बंद हुआ।
भाषा