सिक्का का सोमवार को मुंबई में कोटक द्वारा आयोजित एक सम्मेलन को संबोधित करने का कार्यक्रम है। सिक्का इसमें मौजूदा फंड मैनेजरों को कंपनी के घटनाक्रम के बारे में स्थिति स्पष्ट कर सकते हैं। कंपनी प्रवक्ता ने कार्यक्रम की पुष्टि करते हुए कहा कि यह बहुत पहले ही तय हो गया था।
इस तरह के कार्यक्रम में आमतौर पर निवेशक व विश्लेषक व्यापक माहौल, व्यापार परिदृश्य व चुनौतियों के बारे में सवाल करते हैं लेकिन कंपनी के मौजूदा माहौल को देखते हुए इस कार्यक्रम में संस्थापकों व निदेशक मंडल के बीच चल रहे गतिरोध के बारे में सवाल किए जाने की संभावना है।
सिक्का व बोर्ड के कुछ सदस्य बाद में मीडिया से भी बातचीत करेंगे। वहीं एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि बाजार नियामक सेबी की इन्फोसिस के घटनाक्रम पर निगाह है। बाजार नियामक छोटे निवेशकों के हितों की रक्षा करते हुये समूचे घटनाक्रम पर विशेष निगाह रखे हुये है।
अधिकारी ने कहा, सेबी, इन्फोसिस के घटनाक्रम पर करीबी निगाह रखे हुए है और उसने शेयर बाजारों से कहा है कि वे कंपनी, इसके संस्थापकों तथा शीर्ष प्रबंधन से विभिन्न मीडिया रपटों के बारे में स्पष्टीकरण मांगें। अधिकारी ने कहा कि बड़ी कंपनियों के निगमित संचालन व अंतर-निगमित विवादों से जुड़े मुद्दों का अपुष्ट मीडिया रपटों के जरिए इस तरह सार्वजनिक होना चिंताजनक रुख है।
अधिकारी ने कहा, हम इस तरह की सभी कंपनियों से जुड़े घटनाकम पर करीबी निगाह रखे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अल्पांश हिस्सेदारों के हितों पर कोई चोट नहीं पहुंचे।
वहीं इन्फोसिस के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी सीएफओ वी बालाकृष्णन ने कहा कि कंपनी में एक अंतरिम चेयरमैन की नियुक्ति तुरंत होनी चाहिए। बालाकृष्णन ने पीटीआई भाषा से कहा कि चेयरमैन रामास्वामी शेषासयी को इस्तीफा देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कंपनी संस्थापकों ने निगमित संचालन से जुड़े कुछ मुद्दों को उठाया है जो कि बीते दो साल में हुए हैं। किसी को इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी। इसलिए मैंने चेयरमैन के इस्तीफे और अंतरिम चेयरमैन की नियुक्ति की बात की है। भाषा