कोविड-19 महामारी के चलते दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, अमेरिका की विकास दर इस साल जनवरी-मार्च तिमाही में निगेटिव रही है। बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार इन तीन महीनों में अर्थव्यवस्था का आकार 4.8 फीसदी घट गया। यह दस साल में सबसे खराब प्रदर्शन है। ब्यूरो ऑफ इकोनॉमिक एनालिसिस (बीईए) ने कहा है कि मार्च में “लोगों को घर में रहने” का आदेश जारी होने के कारण यह गिरावट आई है। इस वजह से बिजनेस और दूसरे प्रतिष्ठानों ने घर से काम की व्यवस्था लागू की या कामकाज पूरी तरह बंद कर दिया। इसी तरह उपभोक्ताओं ने भी अपने खर्चे रोक दिए या घटा दिए। इन वजहों से मांग में तेजी से गिरावट आई।
जून तिमाही में और खराब रह सकता है प्रदर्शन
बीईए के अनुसार अमेरिकी अर्थव्यवस्था में एक दशक की यह सबसे बड़ी गिरावट अप्रैल-जून तिमाही में और खराब होने की आशंका है। 2019 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में अमेरिका की जीडीपी 2.1 फीसदी बढ़ी थी। ब्यूरो के अनुसार अर्थव्यवस्था पर कोविड-19 महामारी के पूरे असर को जीडीपी के अनुमानों में शामिल नहीं किया जा सका है।
मौजूदा तिमाही में जीडीपी 30 फीसदी तक घटने के आसार
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को कहा कि इस साल चौथी तिमाही में अर्थव्यवस्था तेजी से सुधरने की उम्मीद है। उनसे पहले पिछले हफ्ते व्हाइट हाउस के वरिष्ठ आर्थिक सलाहकार केविन हैसेट ने कहा था कि उन्हें अप्रैल-जून तिमाही में जीडीपी विकास दर (-)15 से (-)20 फीसदी रहने की आशंका है। कुछ लोग इस तिमाही जीडीपी में 30 फीसदी तक गिरावट का अंदेशा जता रहे हैं।
भारत पर भी पड़ेगा असर, सबसे ज्यादा निर्यात अमेरका को ही
अमेरिकी अर्थव्यवस्था के इस खराब प्रदर्शन का भारत पर भी असर पड़ना तय माना जा रहा है, क्योंकि भारत सबसे ज्यादा निर्यात अमेरिका को ही करता है। लॉकडाउन के चलते भारत से इन दिनों निर्यात लगभग रुका हुआ है। विभिन्न एजेंसियां भारत के लिए अप्रैल-जून तिमाही में निगेटिव ग्रोथ का अंदेशा जता रही हैं। हालांकि आइएमएफ ने पूरे वित्त वर्ष में 1.9 फीसदी ग्रोथ का अनुमान जताया है।