अब रिलायंस जियो ने भी अपने टैरिफ की कीमतें बढ़ाने का ऐलान कर दिया है। हाल ही में रिलायंस जियो ने नॉन जियो कॉलिंग के लिए पैसे लेने शुरू किए हैं और इसके लिए नए पैक्स की भी शुरुआत की गई थी। दूसरी टेलीकॉम कंपनियां जैसे वोडाफोन-आइडिया और एयरटेल ने भी 1 दिसंबर से टैरिफ की कीमतें बढ़ाने का ऐलान कर दिया है। ये बढ़ी हुई कीमतें प्रीपेड और पोस्टपेड दोनों पर ही लागू होंगी।
फिलहाल सबसे सस्ती दरों पर सेवाएं दे रही रिलायंस जियो ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि वह अगले कुछ सप्ताह में मोबाइल सेवाओं की दरें बढ़ाने वाली है। एक ही दिन पहले सोमवार को भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने कहा था कि वे दिसंबर से मोबाइल सेवाओं की दरें बढ़ाने वाली हैं। जियो ने कहा कि भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) मोबाइल सेवाओं की दरों में संशोधन पर संभवत: परामर्श की शुरुआत करने वाला है। हालांकि इस बीच ट्राई से जुड़े सूत्रों ने कहा कि नियामक अभी दूरसंचार कंपनियों द्वारा शुल्क वृद्धि को अमल में लाने का इंतजार करेगा। नियामक उसके बाद इसकी समीक्षा करेगा कि शुल्क वृद्धि नियामकीय दायरे में है या नहीं। कंपनी ने बयान में कहा, ‘‘अन्य कंपनियों की तरह हम भी सरकार के साथ मिलकर काम करेंगे। हम उद्योग जगत को मजबूत कर उपभोक्ताओं को लाभ देने के लिये नियामकीय व्यवस्था का अनुपालन करेंगे। हम अगले कुछ सप्ताह में शुल्क बढ़ाने समेत अन्य कदम इस तरह उठायेंगे कि इसका डेटा के उपभोग या डिजिटलीकरण पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े तथा निवेश भी मजबूत बना रहे।’’
कर्ज के बोझ तले दबी वोडाफोन आइडिया ने कहा कि वह 1 दिसंबर से सर्विस रेट बढ़ाने जा रही है। कंपनी की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि ग्राहकों को बेहतरीन सेवा मिलती रहे और उन्हें किसी तरह की परेशानी ना हो, इसलिए कंपनी ने टैरिफ बढ़ाने का फैसला किया है। फिलहाल टैरिफ में कितनी बढ़ोतरी होगी इसको लेकर कोई जानकारी नहीं है। वोडाफोन-आइडिया के बाद एयरटेल ने भी टैरिफ रेट बढ़ाने की घोषणा की है।
दोनों ऑपरेटरों ने अपनी देनदारियों के लिए प्रावधान करने के बाद चालू वित्त वर्ष की जुलाई से सितंबर तिमाही में 74,000 करोड़ रुपये के संचयी नुकसान की सूचना दी। वोडाफोन आइडिया ने कहा कि दूरसंचार क्षेत्र में तीव्र वित्तीय तनाव को सभी हितधारकों द्वारा स्वीकार किया गया है और कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में सचिवों की एक उच्च स्तरीय समिति (सीओएस) उचित राहत प्रदान करने पर विचार कर रही है।
वोडाफोन-आइडिया ने क्या कहा?
बयान में कहा गया है, "ग्राहक विश्व स्तरीय डिजिटल अनुभवों का आनंद लेना जारी रखे, इसे सुनिश्चित करने के लिए वोडाफोन आइडिया 1 दिसंबर से प्रभावी रूप से अपने टैरिफ की कीमतों में वृद्धि करेगा।"
एयरटेल ने क्या कहा?
एयरटेल ने अपने एक बयान में कहा है कि एक दिसंबर से उसके भी टैरिफ प्लान महंगे होंगे। एयरटेल ने अपने एक बयान में कहा, 'हम समझते हैं कि ट्राई भारतीय मोबाइल क्षेत्र में मूल्य निर्धारण में तर्कसंगतता लाने के लिए राय-विमर्श करेगी और नई कीमतें तय करेगी।'
टेलिकॉम इंडस्ट्री में घाटा
दूसरी तिमाही में वोडाफोन को टेलिकॉम इंडस्ट्री में एक तिमाही का सबसे ज्यादा, 50 हजार 921 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट ने अजस्ट ग्रॉस रेवेन्यू (एजीआर) मामले में सरकार के हक में फैसला सुनाया और वोडा आइडिया और एयरटेल को बकाया भुगतान करने का आदेश दिया था। अदालत के आदेश के बाद वोडाफोन आइडिया ने कहा कि वह भारतीय बाजार में व्यवसाय करना जारी रखेगी या नहीं, यह सरकार से मिलने वाली राहत पर निर्भर है। टेलिकॉम सेक्टर को राहत देने के लिए सरकार ने हाई लेवल कमिटी का गठन किया गया है। भारत में वोडाफोन आइडिया के लगभग 30 करोड़ यूजर्स हैं, जिनपर टैरिफ में बढ़ोतरी का प्रभाव होगा।