पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक के ग्राहकों को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने एक और राहत दी है। आरबीआई ने मंगलवार को निकासी की सीमा को बढ़ाकर प्रति खाता 50 हजार रुपये कर दिया है। अभी यह सीमा 40 हजार रुपये थी।
वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आने के बाद आरबीआई ने 23 सितंबर को पीएमसी बैंक पर कई प्रतिबंध लगा दिए थे। इन प्रतिबंधों के तहत बैंक के जमाकर्ताओं को पूरे छह महीने में सिर्फ एक हजार रुपये निकालने सीमा कर दी गई थी। बाद में इसे बढ़ाकर पहले 10 हजार रुपये और फिर 25 हजार रुपये कर दिया गया था। पिछले महीने इस सीमा को बढ़ाकर 40 हजार रुपये किया गया।
78 फीसदी खातेदार निकाल सकेंगे पूरी रकम
आरबीआई के इस कदम के बाद बैंक के 78 फीसदी खातेदार अपनी पूरी रकम खाते से निकाल सकेंगे। आरबीआई ने खाताधारकों को एक और सुविधा देते हुए कहा है कि यह रकम पीएमसी बैंक के एटीएम से भी निकाली जा सकती है। आरबीआई ने कहा कि वह स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है और आगे भी कदम उठाता रहेगा क्योंकि बैंक के जमाकर्ताओं के हितों की सुरक्षा के लिए यह आवश्यक है।
ये है पूरा मामला
पीएमसी बैंक यह पूरा मामला कथित 4,355 करोड़ रुपये के घोटाले का है। बैंक फिलहाल, आरबीआई द्वारा नियुक्त प्रशासक के तहत काम कर रहा है। बैंक के पूर्व प्रबंधकों की पुलिस की आर्थिक अपराध (ईओडब्ल्यू) शाखा जांच कर रही है। बैंक के कुछ अधिकारियों पर फर्जी तरीके से कर्ज बांटने के लिए निजी कंपनी एचडीआईएल के साथ साठगांठ करने का आरोप है। अब हजारों खाताधारक अपने पैसे निकाल पाने में असमर्थ हैं। पीएमसी बैंक की 137 शाखाएं हैं और यह देश के टॉप-10 को-ऑपरेटिव बैंकों में से एक है। आरोप के मुताबिक पीएमसी बैंक के मैनेजमेंट ने अपने नॉन परफॉर्मिंग एसेट और लोन वितरण के बारे में आरबीआई को गलत जानकारी दी है। जिसके बाद आरबीआई ने बैंक पर कई तरह की पाबंदी लगा दी।