भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के अध्यक्ष नौशाद फोबर्स ने इस मामले में वित्त मंत्री अरूण जेटली के रुख का समर्थन करते हुए कहा कि व्यक्तिगत हमले अवांछित हैं। नौशाद ने ओसाका (जापान) में पीटीआई से कहा, मैं तो केवल वही दोहराउंगा जो वित्त मंत्री ने कहा था। मुझे नहीं लगता कि व्यक्तिगत हमले वांछित हैं। मैं नहीं समझता कि वे देश के लिहाज से हमारे लिए अच्छे हैं। वे तो एक तरह से प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने वाले हैं। इसलिए मैं उनसे 100 प्रतिशत सहमत हूं।
नौशाद उस उच्चस्तरीय व्यापार प्रतिनिधि मंडल का हिस्सा हैं जो जेटली के साथ छह दिन की जापान यात्रा पर आया हुआ है। उन्होंने कहा कि वे राजन पर भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी के लगातार हमलों को गंभीरता से नहीं लेते हैं और उनकी टिप्पणियों को ऐसे शोर-शराबे के रूप में लेते हैं जो कि एक गतिशील लोकतंत्र का हिस्सा है।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि गवर्नर देश के लिए बहुत अच्छा काम कर रहे हैं और अगर उन्हें पुन: नियुक्त किया जाता है तो हम इसे बहुत सकारात्मक कदम मानेंगे। राजन को संप्रग सरकार ने चार सितंबर 2013 को तीन साल के लिए रिजर्व बैंक का गर्वनर नियुक्त किया था। उनका मौजूदा कार्यकाल इस साल सितंबर में समाप्त हो रहा है। भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी व एक अन्य वर्ग लगातार राजन को निशाना बनाए हुए हैं। इन लोगों का आरोप है कि रिजर्व बैंक गवर्नर ब्याज दरों को नीचे लाने तथा अर्थव्यवस्था को गति देने में विफल रहे हैं इसलिए उन्हें हटाया जाए या कम से कम उन्हें सेवा विस्तार नहीं दिया जाना चाहिए।
स्वामी ने राजन पर बार-बार निशाना साधते हुए उन पर ब्याज दरों को अनावश्यक रूप से ऊंचा रखने सहित अनेक आरोप लगाए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ही पखवाड़े में दो पत्र लिखकर राजन को हटाने की मांग की है। नौशाद ने कहा, मुझे विश्वास है कि सरकार (राजन की पुनर्नियुक्ति के) इस मुद्दे पर उचित समय पर फैसला करेगी। उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्री अरूण जेटली ने भी इसी सप्ताह पीटीआई से एक साक्षात्कार में राजन पर किसी तरह के हमले की निंदा करते हुए कहा था कि बहस मुद्दों व नीतियों को लेकर होनी चाहिए न कि व्यक्तियों के बारे में।
जेटली ने कहा था, जहां तक व्यक्तित्व का सवाल है तो मैं किसी के द्वारा भी की गई इस तरह की किसी टिप्पणी को सही नहीं मानता हूं क्योंकि रिजर्व बैंक तथा इसके गवर्नर भारतीय अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण संस्थान हैं।