पहले से महंगाई की मार झेल रहे लोगों को अब स्वच्छ भारत अभियान का खर्च भी उठाना पड़ेगा। आगामी 15 नवंबर से होटल का खाना, यात्रा, टेलीफोन, मनोरंजन जैसी तमाम सेवाएं थोड़ी-सी महंगी होने जा रही हैं। केंद्र सरकार ने सभी कर योग्य सेवाओं पर 0.5 प्रतिशत स्वच्छ भारत सेस लगाने की घोषणा की है। यह उपकर स्वच्छ भारत कार्यक्रम के वित्तपोषण के लिए लगाया जा रहा है।
वित्त मंत्रालय के बयान में कहा गया है, स्वच्छ भारत सेस उन सेवाओं पर लगेगा जिन पर सेवा कर लगता है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2015-16 के बजट में जरूरत महसूस होने पर सभी या कुछ सेवाओं पर दो प्रतिशत तक का स्वच्छ भारत सेस लगाने का प्रस्ताव किया था।
कितनी महंगी होंगी सेवाएं
0.5 प्रतिशत सेस का तात्पर्य है कि प्रत्येक 100 रुपये की करयोग्य सेवाओं पर 50 पैसे अतिरिक्त देने होंगे। वित्त मंत्रालय का कहना है कि स्वच्छ भारत सेस कोई नया टैक्स नहीं बल्कि स्वच्छ भारत में प्रत्येक नागरिक को शामिल करने और योगदान देने का कदम है। इस उपकर से प्राप्त राशि का इस्तेमाल स्वच्छ भारत अभियान में किया जाएगा जो नरेंद्र मोदी सरकार की प्रमुख पहलों में से है।