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मोदी का सूट खरीदने वालों के दामन दागदार

भारी-भरकम कीमत चुकाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विवादित सूट खरीदने वाले रईसों के दामन दरअसल दागदार ही हैं। जिन लोगों ने मोदी के अन्य सूट खरीदे हैं उनके ठिकानों पर पहले आयकर विभाग और आयात शुल्क अधिकारियों के छापे पड़ चुके हैं।
मोदी का सूट खरीदने वालों के दामन दागदार

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ मुलाकात के दौरान मोदी ने जो सूट पहना उसकी नीलामी 4.31 करोड़ रुपये में हुई है। हीरा कारोबारी हितेश पटेल ने भारी-भरकम कीमत चुकाकर इस सूट को खरीदा है और इसके बाद ही मोदी के सूट को लेकर विवाद का दौर शुरू हो गया। इसके ‌अलावा जिन लोगों ने मोदी के अन्य सूट खरीदे हैं उनके ठिकानों पर पहले आयकर विभाग और आयात शुल्क अधिकारियों के छापे पड़ चुके हैं। मोदी के इस सूट की नीलामी से जुटाए गए रुपयों से गंगा नदी को साफ किया जाएगा।


मोदी सूट खरीदने वाले धर्मानंद डायमंड्स के मालिक लालजी पटेल के दफ्तरों पर इंपोर्ट ड्यूटी न चुकाने के मामले में सरकारी छापा पड़ चुका है। उनकी कंपनी का करीब 90 करोड़ रुपये का सालाना बिजनस है। पटेल ने पहले मोदी के सूट के लिए 1.71 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। नीलामी के बाद कंपनी के एमडी हितेश पटेल ने कहा, 'इस सूट को हम अपने कारखाने में रखेंगे। यह हमें नरेंद्र मोदी की याद दिलाएगा और हम उससे प्रेरणा लेते रहेंगे।'
लावजी ने मोदी के सूट के लिए 1.81 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी। 2012 में लावजी के दफ्तरों पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापा मारा था। मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहने के दौरान लावजी को अस्पताल बनाने के लिए जमीन दी थी। मोदी 2013 में उनके अस्पताल की नींव रखने भी पहुंचे थे।
कोमलकांत शर्मा ने मोदी सूट के लिए 1.41 करोड़ रुपए की बोली लगाई। कोमलकांत की कंपनी पर 2012 में आयकर विभाग का छापा पड़ चुका है। उनके पास से 27 करोड़ की ब्लैक मनी भी बरामद हुई थी। कोमलकांत का जहाज़ तोड़ने का धंधा है। उनका कहना था कि वह मोदी सूट खरीदकर उसे अपने नाती-पोतों को देना चाहते थे।

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