उम्मीद है कि कंपनी जल्दी ही जेन-एक्स नैनो पेश करेगी। उसने 2-सिलिंडर वाला 800 सीसी का डीजल ईंजन विकसित किया है। अनुमान लगाया जा रहा था कि यह इंजन नैनो में फिट किया जाएगा लेकिन उसने फिलहाल इसका इस्तेमाल नहीं करने का निर्णय लिया है। टाटा मोटर्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष गिरीश वाघ ने पीटीआई भाषा से कहा वजह यह है कि अभी हम जहां खड़े हैं, उसमें वाहन के अंदर सुधार एक बड़ी चुनौती है और इस तरह की कार (नैनो) में जो संशोधन संभव हैं वह भारतीय ग्राहकों को पसंद नहीं आएंगे। वाघ कंपनी में यात्री वाहनों के कार्यक्रम, योजना एवं परियोजना प्रबंधन को देखते हैं।
उन्होंने कहा हमें संशोधन पर और काम करने की जरूरत है। इसके अलावा वाघ ने कहा कि आर्थिक व्यवहार्यता के लिहाज से भी डीजल का मौजूदा बाजार मूल्य ग्राहक और विनिर्माता दोनों के खिलाफ है। उन्होंने कहा आर्थिक व्यवहार्यता चुनौती भी है जब डीजल की कीमत स्वाभाविक स्तर पर आ जाती है तो कीमत का लाभ खत्म हो जाता है। हालांकि इसमें ईंधन का खर्च कम होगा और डीजल में उच्चतम उत्सर्जन मानदंड को पूरा करना ज्यादा मंहगा है। इसलिए एक निश्चित मूल्य से कम पर डीजल वाहन बनाना ग्राहक और कंपन दोनों के लिए आर्थिक रूप से अच्छा नहीं है।
तकनीकी दिक्कतों का ब्योरा देते हुए उन्होंने कहा एक चुनौती है डीजल ईंजन का परिष्कार। हमने दो सिलिंडर वाले 800 सीसी डीजल ईंधन विकसित किया था जिसका उपयोग हमारा वाणिज्यिक वाहन परिवार करता है। उन्होंने कहा, हमने इस ईंजन के शोर, कंपन्न और कार में इसके प्रदर्शन का आकलन किया। हमने सोचा कि आज के ग्राहक जिस तरह का संशोधन चाहते हैं उन्हें यह ईंजन नहीं दे सकता।