जांच में यह खुलासा होने के बाद कंपनी ने 3.23 लाख वाहनों को वापस मंगाया है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, कंपनी स्वेच्छा से उन वाहनों को वापस मंगाएगी जिनमें ई 189 इंजन लगे हैं और इन इंजनों में उत्सर्जन परीक्षण को चकमा देने वाले उपकरण फिट हैं। वाहन परीक्षण एजेंसी एआरएआई द्वारा रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद आज कंपनी के कार्यकारियों और भारी उद्योग विभाग के अधिकारियों के बीच एक बैठक हुई। टोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन आफ इंडिया (एआरएआई) ने अपनी जांच में पाया कि फॉक्सवैगन द्वारा भारत में विनिर्मित ई189 इंजन वाली डीजल कारों में त्रुटिपूर्ण उपकरण लगे थे जिससे सड़कों पर वाहन चलाते समय उनसे अत्यधिक नाइट्रोजन आक्साइड उत्सर्जन हो सकता है। बैठक में शामिल हुए कंपनी के अधिकारियों ने टिप्पणी करने से इनकार किया, लेकिन कहा कि एक बयान जारी किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि फॉक्सवैगन पहले ही यह स्वीकार चुकी है कि दुनियाभर में उसकी 1.1 करोड़ डीजल इंजन कारों में ऐसा सॉफ्टवेयर लगा था जिससे उत्सर्जन परीक्षण में हेराफेरी करने में मदद मिलती है। कंपनी को अमेरिका में 18 अरब डालर तक के जुर्माने का सामना करना पड़ा। भारत में अभी तक विभिन्न विनिर्माताओं द्वारा 13.25 लाख से अधिक वाहन वापस मंगाए जा चुके हैं।