ममता सरकार में वित्त मंत्री अमित मित्रा का कहना है कि, “देश में छोटे और मझोले व्यापारी अभी जीएसटी के लिए तैयार नहीं हैं। हम देख सकते है कि हम एक गंभीर संकटर की तरफ बढ़ रहे हैं। हम फिर से केंद्र को लिख रहे हैं कि एक जुलाई से लागू होने जा रहे जीएसटी को तब तक स्थगित रखा जाए, जब तक इसके लिए देश तैयार नहीं हो जाता।”
एक रिपोर्ट को हवाला देते हुए मित्रा ने कहा कि सूरत (गुजरात) में भी व्यापारी जीएसटी को लागू करने का विरोध कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें नई कर व्यवस्था का अंदाजा ही नहीं है। मित्रा ने कहा कि केंद्र को इस पर गंभीरता से सोचना चाहिए और जीएसटी को को स्थगित कर देना चाहिए।
उन्होंने कहा, “पश्चिम बंगाल ही नहीं, हमें सूरत से भी रिपोर्ट मिल रही है कि करीब 5,000 छोटे और मझोले व्यापारी जीएसटी की वजह से अपने धंधे बंद करने की सोच रहे हैं।”
मित्रा ने कहा कि, " जीएसटी काउंसिल की बैठक में हमने बार-बार कहा है कि इसे व्यवस्थित रूप से लागू करना चाहिए। जर्मनी और जापान जैसे देशों ने ऐसी कर प्रणाली लागू करने से पहले 12 से 18 महीने का वक्त दिया था।”