सब्जियों और चीनी के साथ खाद्य पदार्थों में दूध, अंडा, मांस, मछली तथा अन्य उत्पादों में धातुओं के दाम बढ़ने से जुलाई में थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति की दर बढ़कर 1.88 प्रतिशत पर पहुँच गयी। पिछले साल जुलाई में थोक महँगाई दर 0.63 प्रतिशत और इस साल जून में 0.90 प्रतिशत रही थी।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से जुलाई के बीच समेकित आधार पर थोक महँगाई 0.62 प्रतिशत रही है। वहीं खाद्य वस्तुओं की कीमत जुलाई में सालाना आधार पर 2.15 प्रतिशत बढ़ी। जबकि जून में कीमत में 3.47 प्रतिशत की गिरावट आयी थी।
सब्जियों की कीमत में जुलाई महीने में 21.95 प्रतिशत का उछाल आया जबकि जून में इसमें 21.16 प्रतिशत की गिरावट आयी थी। हालांकि विनिर्मित वस्तुओं की महंगाई दर जुलाई में घटकर 2.18 प्रतिशत रही जो जून में 2.27 प्रतिशत थी। ईंधन और बिजली खंड में मुद्रास्फीति आलोच्य महीने में कम होकर 4.37 प्रतिशत हो गयी जो पिछले महीने में 5.28 प्रतिशत थी।
सब्जी के अलावा अंडा, मांस और मछली समेत खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर आलोच्य महीने में बढ़कर 3.30 प्रतिशत पहुंच गयी। फलों की मुद्रास्फीति 2.71 प्रतिशत अनाज 0.63 प्रतिशत तथा धान की महंगाई दर 3.47 प्रतिशत दर्ज की गयी।
हालांकि आलू, दाल और प्याज के मूल्यों में क्रमश: 42.45 प्रतिशत, 32.56 प्रतिशत तथा प्याज में 9.50 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी। इस बीच, मई की थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति मामूली रूप से बढ़कर 2.26 प्रतिशत हो गयी जबकि पूर्व में इसके 2.17 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया था। याद दिला दें कि देश में जीएसटी एक जुलाई से लागू किया गया।