कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन यानी शुक्रवार को रुपये में गिरावट और बढ़ गई। आज रुपया 17 पैसे कमजोर होकर डॉलर के मुकाबले 73.44 रुपये के स्तर पर खुला। रुपये में गिरावट का सबसे बड़ा कारण निर्यातकों की तरफ से भारी मांग कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय बाजार में ज्यादा कीमत है। ट्रेडरों का कहना है कि विदेशी बाजारों में अमेरिकी डॉलर अन्य करेंसियों की तुलना में ज्यादा मजबूत हुआ है।
गुरुवार को भी रुपया दबाव में रहा
गुरुवार को भी रुपया दबाव में रहा था और डॉलर की तुलना में 11 पैसे की मजबूती के साथ 73.27 रुपए के स्तर पर बंद हुआ था। इस मुख्य कारण विदेश मुद्रा का बाहर जाना और शेयर बाजार में लगातार भारी गिरावट का जारी रहना है।
विदेशी निवेशकों ने गुरुवार को जहां 1,495.71 करोड़ रुपए की बिकवाली की वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 339.60 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे।
गिरावट के साथ शेयर बाजार की शुरुआत
शुक्रवार को भी शेयर बाजार शुरुआत गिरावट के साथ हुई। बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 143 अंक यानी 0.5 फीसदी की गिरावट के साथ 33,547 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं, एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 51 अंक यानी 0.5 फीसदी गिरकर 10,074 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।