बुधवार को यह 68.57 पर कारोबार करते हुए खुला और बाद में और गिरावट दर्ज करते हुए यह 68.62 के निचले स्तर पर जा पहुंचा। पिछले ढाई साल में यह सबसे बड़ी गिरावट है। इस पूरे वर्ष में इसमें अब तक 3.6 प्रतिशत की गिरावट आई है। सन 1991 में भुगतान संतुलन संकट के कारण लगातार रुपये की कीमत लुढ़कते हुए अगस्त 2013 में 68.85 पर जा पहुंची थी।
मौजूदा संकट को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में सरकारी बैंकों से डॉलर की बिक्री का फैसला किया था। कारोबारियों का कहना है कि रुपये की कीमत में और गिरावट आ सकती है।