ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय शेयर बाजारों ने सोमवार को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भाजपा की जीत का जोरदार स्वागत किया है। क्योंकि कुछ ही मिनटों में सभी लिस्टेड कंपनियों का बाजार पूंजीकरण ₹4.09 लाख करोड़ बढ़ गया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा में भी 6 पैसे की तेजी आई। विशेषज्ञों के अनुसार, मजबूत व्यापक आर्थिक आंकड़ों, भाजपा की जीत और कच्चे तेल की कीमतें 80 डॉलर के स्तर से नीचे रहने से शेयर बाजारों में तेजी आई।
शुरुआती कारोबार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 877.43 अंक या 1.30 प्रतिशत उछलकर 68,358.62 के नए शिखर पर पहुंच गया। निफ्टी भी 284.80 अंक या 1.41 प्रतिशत चढ़कर 20,552.70 के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। रुआती कारोबार में अडानी ग्रुप की कंपनियों को सबसे ज्यादा फायदा हुआ। एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, भारती एयरटेल, एनटीपीसी और लार्सन एंड टुब्रो में भी भारी बढ़त हुई।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने पीटीआई को बताया कि गौरतलब है बाजार को राजनीतिक स्थिरता और सुधार-उन्मुख, बाजार-अनुकूल सरकार पसंद है। बाजार के नजरिए से, नतीजे उम्मीद से बेहतर रहे। बाजार ने पिछले 4 सत्रों के दौरान 500 अंकों की तेजी के साथ भाजपा की जीत को पहले ही आंशिक रूप से कम कर दिया है। लेकिन माहौल इतना उत्साहपूर्ण है कि रैली जारी रहेगी।
शुक्रवार को निफ्टी 20,267.90 के सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुआ। उसी दिन एग्जिट पोल आते ही एनएसई में लिस्टेड सभी कंपनियों का मार्केट कैप 4 ट्रिलियन डॉलर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। बुधवार को बीएसई की सभी कंपनियों की वैल्यू 4 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गई थी। इस बीच, सोने की कीमतें भी पहली बार 2100 डॉलर के पार चली गईं।