कारोबारियों का कहना है कि कच्चे तेेल की कीमतों में गिरावट के बीच वैश्विक बाजारों में गिरावट के मद्देनजर निवेशकों ने बिकवाली पर जोर दिया जिसका असर शेयर बाजार पर देखा गया। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी बृहस्पतिवार को 7300 अंक के नीचे बंद हुआ।
बीएसई का तीस शेयर आधारित सेंसेक्स बृहस्पतिवार की सुबह 24,194.75 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान 24,351.83 अंक और 23,862.00 अंक के दायरे में रहने के बाद यह अंतत: 99.83 अंक की गिरावट दिखाता हुआ 23,962.21 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स 15 मई 2014 के बाद से पहली बार 24,000 अंक से नीचे बंद हुआ है।
वृद्धि संबंधी चिंताओं के बीच वैश्विक सूचकांकों में गिरावट के बीच मंगलवार को सेंसेक्स 417.80 अंक टूटा था। एनएसई निफ्टी 32.50 अंक टूटकर 7,276.80 अंक पर बंद हुआ। यह इसका 30 मई 2014 के बाद का निम्नतम बंद स्तर है।
रुपया 29 माह के निम्न स्तर पर
बृहस्पतिवार को सात पैसे की और गिरावट दर्ज की गई और यह 29 माह के निम्न स्तर 68.02 रपये प्रति डाॅलर पर बंद हुआ। शेयर बाजार में गिरावट के बीच आयातकों और बैंकों की डाॅलर की मांग बढने से रपए पर दबाव आ गया था। बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशी पूंजी की सतत निकासी के कारण भी बाजार धारणा प्रभावित हुई। पिछले दो सत्रों के दौरान रुपये में 37 पैसे अथवा 0.55 प्रतिशत की गिरावट आई है।