गौरतलब है कि सेंसेक्स का संबंध जिस बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) से है, प्रेमचंद रॉयचंद ने 1875 में उसकी स्थापना की थी और फिर 1957 में इसे भारत सरकार की मान्यता मिली थी। इसके बाद 1 जनवरी 1986 को यह आधिकारिक तौर पर बीएसई इंडेक्स (सेंसेक्स) बना था। तब से लेकर अब तक यानी 31 साल के सफर में तीसरी बार है, जब सेंसेक्स ने 30 हजार का स्तर छुआ है।
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज के शुरुआती कारोबार में 128.73 अंक या 0.42 प्रतिशत की बढ़त के साथ 30,071.61 अंक की सर्वकालिक ऊंचाई पर, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 9,343.15 अंक की नई ऊंचाई पर पहुंचा।
वर्ष 2015 में शेयर बाजार ने पहली बार 30 हजार का स्तर छुआ। वर्ष 2016 में उतार-चढ़ाव का स्तर जारी रहा और इस दौरान शेयर बाजार ने 28,000 के आंकड़े को पार किया। बिजनेस हुआ। वर्ष 2017 में 5 अप्रैल को शेयर बाजार ने एक बार फिर 30 हजार के स्तर को छुआ। वहीं आज का ये दिन है जब शेयर बाजार ने वही सफलता एक बार फिर से 30,000 का जादुई आंकड़ा पार करते हुए दोहराई है।
देश की अर्थव्यवस्था, राजनीति और बड़ी-बड़ी घटनाओं दुर्घटनाओं से प्रभावित होने वाला यह संवेदनशील सूचकांक शेयर बाजार के दिल की धड़कन की तरह है। इसकी तेजी-मंदी सभी शेयर कारोबारियों के सुख-दुख पर असर डालती है।