कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन यानी शुक्रवार को भारी उतार-चढ़ाव के बाद शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ। कारोबार के अंत में आज सेंसेक्स 279.62 अंक यानी 0.75 फीसदी गिरकर 36,841.60 पर और निफ्टी 91.25 अंक यानि 0.81 फीसदी गिरकर 11,143.10 पर बंद हुआ।
दोपहर 1 बजे बाजार में आई बड़ी गिरावट के बाद शेयर बाजार संभलने के बाद एक बार फिर 487 अंक गिरकर 36,633.70 पर कारोबार कर रहा था। आज दोपहर 1000 अंकों की गिरावट के बाद सेंसेक्स में 900 अंकों का सुधार आया था जबकि निफ्टी 289 अंक रिकवरी के साथ 11,100 के पार कारोबार करने के बाद फिर बाजार में गिरावट देखी गई।
सेंसेक्स शुक्रवार दोपहर करीब 1 बजे 1000 अंकों तक गिरा था। सेंसेक्स ही नहीं बल्कि निफ्टी भी शुक्रवार दोपहर 11000 के आस-पास पहुंच गया था।
59% तक लुढ़का DHFL
कारोबार के दौरान दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के शेयरों में 50 प्रतिशत तक गिरावट रही। बताया जा रहा कि लिक्विडिटी क्राइसिस होने के डर से शेयर को लेकर नकारात्मक सेंटीमेंट बन गया। कंपनी का शेयर आज 246 रुपये के नीचले स्तर पर पहुंच गया है।
जेट एयरवेज में 8 प्रतिशत तक गिरावट
आज के कारोबार में एविएशन कंपनी जेट एयरवेज के शेयरों में 8 प्रतिशत तक गिरावट है। कंपनी ने रेग्युलेटरी जानकारी दी थी कि कंपनी के बुक्स की आईटी द्वारा जांच की गई है जिसके बाद से शेयर में गिरावट आ गई।
यस बैंक का शेयर भी 34 प्रतिशत तक गिरा
आज यस बैंक के शेयर में 34 फीसदी गिरावट रही। असल में निजी क्षेत्र के यस बैंक के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राणा कपूर को तीन साल का कार्यकाल पूरा करने से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने रोक दिया है, जिसके बाद से ही शेयर को लेकर निगेटिव सेंटीमेंट बन गया है।
अब आरबीआई ने कार्यकाल घटाकर सिर्फ 4 महीने का कर दिया है। आरबीआई ने राणा कपूर को 31 जनवरी 2019 तक पद पर बने रहने की अनुमति दी है। साथ ही, आरबीआई ने यस बैंक को जनवरी 2019 तक राणा कपूर के उत्तराधिकारी की तलाश करने की बात भी कह दी है।
जानें किन शेयरों में आई गिरावट और किनमें तेजी
कारोबार के दौरान आईओसी, हिंदुस्तान पेट्रोलियम, बीपीसीएल, ल्यूपिन, टाटा स्टील और आईसीआईसीआई बैंक में तेजी दिख रही है। दूसरी ओर यस बैंक, क्वालिटी, डीएचएफएल, एसबीआई, एयरटेल, इंफोसिस, टेक महिंद्रा, विप्रो और जेट एयरवेज में गिरावट है।
क्रूड की कीमतें बढ़ने, ट्रेड वार, कैड बढ़ने की आशंका, डॉलर में मजबूती, घरेलू स्तर पर निर्यात घटने और राजनैतिक अस्थिरता जैसे फैक्टर्स की वजह से रुपये पर लगातार दबाव बना हुआ है।
पिछले दिनों बाजार में देखी गई काफी गिरावट
पिछले दिनों शेयर बाजार में काफी गिरावट देखी गई, जिसका खास कारण यह रहा कि विदेशी निवेशक यहां से पैसा निकाल रहे हैं। डॉलर, पौंड और यूरो मजबूत हो रहे हैं, इसलिए वे भारतीय शेयर बाजार से पैसा निकाल रहे हैं। वहीं, रुपये के लगातार कमजोर होने के कारण भारत में राजकोषीय घाटा बढ़ने की आशंका भी है। यह भी बाजार में गिरावट का कारण है।