गुरुवार को बढ़त के बाद सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार ने दिनभर गिरावट का माहौल रहा। शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट के साथ क्लोजिंग हुई।कारोबार के अंत में सेंसेक्स करीब 535.86 अंक की गिरावट के साथ 31327.22 अंक के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 136.10 अंक की गिरावट के साथ 9174.80 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
इससे पहले शुरुआती कारोबार में बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 534.23 अंक की गिरावट के साथ 31 हजार 278 अंक के स्तर पर खुला था तो वहीं निफ्टी 129 अंक लुढ़क कर 9,184 अंक के स्तर पर कारोबार करते दिखाई दिया।
शेयरों का ये है हाल
शेयरों की बात करें तो आज इंफ्राटेल, सिप्ला, ब्रिटानिया, एचसीएल टेक, श्री सीमेंट, आईटीसी, एल एंड टी और सन फार्मा हरे निशान पर खुले। वहीं जी लिमिटेड, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फाइनेंस, बजाज फिन्सर्व, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक, हिंडाल्को, एचडीएफसी, ग्रासिम और जेएसडब्ल्यू स्टील के शेयर लाल निशान पर खुले।
विश्वभर के बाजारों का हाल
गुरुवार को अमेरिका के बाजारों को उतार-चढ़ाव देखने को मिला। डाउ जोंस 0.17 फीसदी की बढ़त के साथ 39.44 अंक ऊपर 23,515.30 पर बंद हुआ। नैस्डैक 0.01 फीसदी गिरावट के साथ 0.63 अंक नीचे 8,494.75 पर बंद हुआ। एसएंडपी 0.05 फीसदी गिरावट के साथ 1.51 अंक नीचे 2,797.80 पर बंद हुआ। चीन का शंघाई कम्पोजिट 0.57 फीसदी गिरावट के साथ 16.18 अंक नीचे 2,822.32 पर बंद हुआ। वहीं फ्रांस, इटली, जर्मनी के बाजरों में बढ़त देखी गई।
सेक्टोरियल इंडेक्स पर नजर
सेक्टोरियल इंडेक्स पर नजर डालें, तो आज एफएमसीजी के अतिरिक्त सभी सेक्टर्स हरे निशान पर खुले। इनमें मीडिया, फार्मा, रियल्टी, बैंक, प्राइवेट बैंक, मेटल, आईटी, ऑटो और पीएसयू बैंक शामिल हैं।
पिछले कारोबारी दिन सपाट स्तर पर खुला था बाजार
पिछले कारोबारी दिन शेयर बाजार सपाट स्तर पर खुला था। सेंसेक्स की शुरुआत 59.12 अंक यानी 0.19 फीसदी की गिरावट के साथ 31320.43 के स्तर पर हुई थी। वहीं निफ्टी 13.05 अंक यानी 0.14 फीसदी की बढ़त के साथ 9200.35 के स्तर पर खुला था।
गुरुवार को हरे निशान पर बंद हुआ था बाजार
दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद गुरुवार को शेयर बाजार हरे निशान पर बंद हुआ था। लगातार दूसरे दिन बाजार में तेजी देखी गई। सेंसेक्स 483.53 अंक यानी 1.54 फीसदी की बढ़त के साथ 31863.08 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी 126.60 अंक यानी 1.38 फीसदी की तेजी के साथ 9313.90 के स्तर पर बंद हुआ था।
फिच ने विकास दर के अनुमान को घटाया
अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी फिच ने भारत की जीडीपी विकास दर का अनुमान वर्ष 2020-21 के लिए 0.8 फीसदी रखा है। फिच ने बताया है कि कोरोना वायरस महामारी के चलते लागू किए गए लॉकडाउन और वैश्विक आर्थिक मंदी के कारण अनुमान को घटाया गया है।
फिच के मुताबिक, वित्त वर्ष 2021 में वृद्धि दर में गिरावट की मुख्य वजह उपभोक्ता खर्च में कमी होगी। उपभोक्ता खर्च इस साल 5.5 फीसदी से घटकर 0.3 फीसदी रह जाएगी. बीते हफ्ते अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कहा था कि भारत की विकास दर 1.9 फीसदी तक रह सकती है।