विश्व बाजार में कच्चे तेल की कीमत माइनस में जाने से शेयर बाजारों में घबराहट का माहौल दिखाई दिया। इसकी वजह से सुबह बाजार खुलने से बंद होने तक बाजार तीन फीसदी से ज्यादा गिरावट के साथ कारोबार करते रहे। कारोबारी सत्र की समाप्त पर बीएसई सेंसेक्स 1011.29 अंक गिरकर 30,636.71 पर बंद हुआ जबकि एनएसई निफ्टी 280.40 अंक के नुकसान के साथ नौ हजार से नीचे आ गया। निफ्टी 8981.45 पर बंद हुआ।
आज सुबह भारतीय शेयर बाजार आज बड़ी गिरावट के साथ खुले। विश्व बाजार में कच्चे तेल की कीमत शून्य से नीचे जाने के बाद ग्लोबल इकोनॉमी की खस्ता हालत का असर शेयर बाजार में दिखा। बीएसई सेंसेक्स 30,791 पर खुला जो अपने कल के बंद स्तर से करीब 850 अंक नीचे था। इसके बाद सेंसेक्स गिरते हए 30,634 तक गिर गया। इस तरह गिरावट बढ़कर 1000 अंकों से ज्यादा हो गई। इसी तरह निफ्टी 233.80 की गिरावट के साथ 9,028 पर दर्ज किया गया। जबकि कारोबार सत्र की शुरुआत में निफ्टी 9,015 पर खुला था। सेंसेक्स गत दिवस 31,648 पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 9,261.85 पर बंद हुआ था।
कच्चे तेल की मार शेयरों पर
कोविड-19 से जूझ रही दुनिया में आर्थिक गतिविधियां इस तरह सुस्त पड़ गई है कि गत दिवस विश्व बाजार में अमेरिकी कच्चा तेल गिरकर शून्य से नीचे बिक गया। न्यूयॉर्क में डब्ल्यूटीआइ क्रूड ऑयल का मई डिलीवरी कांट्रेक्ट की कीमत 17.85 डॉलर प्रति बैरल से 300 फीसदी गिरकर -37.63 डॉलर प्रति बैरल रह गई। उत्पादक देशों के पास स्टोरेज क्षमता न होने के कारण उन पर बिकवाली करने का दबाव है। इसके कारण कच्चे तेल की कीमत लगातार घट रही है। इसी का असर शेयर बाजारों पर दिखाई दिया। बाजार खुलते ही अधिकांश शेयरों में निवेशकों की बिकवाली का दबाव बन गया। हालांकि कोरोना वायरस से लड़ने में फार्मा कंपनियों को भारी कारोबारी फायदा मिल रहा है। इस वजह से उनके शेयरों में तेजी दर्ज की जा रही है।
इन शेयरों में दिखी हलचल
इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, आइसीआइसीआइ बैंक और जी एंटरटेनमेंट में 12 फीसदी तक की गिरावट रही। फार्मा कंपनियों में तेजी दिखाई दे रही है। डॉ. रेड्डीज, भारती इन्फ्राटेल, भारती एयरटेल, सन फार्मा और सिप्ला में तेजी का रुख रहा। एनएसई में 1207 शेयर घाटे में जबकि 383 शेयर फायदे में कारोबार कर रहे हैं।
मुद्रा बाजार में भारतीय रुपया भी गिरावट के दबाव में दिखाई दिया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 76.84 के स्तर पर पहुंच गया। इसमें 30 पैसे की गिरावट दर्ज की गई। विदेशी बाजारों में शंघाई, हांगकांग, टोक्यो और सियोल में भारी गिरावट रही। यूरोपीय बाजार भी दो फीसदी से ज्यादा गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिका में भी गत दिवस बाजार सुस्त रहे थे।