कर्मचारी संख्या में 15 प्रतिशत कटौती की यह बहुप्रतीक्षित घोषणा कल की गई। याहू ने यह फैसला इस साल करीब 4.3 अरब डॉलर के घाटे को देखते हुए किया है। अब देखना है कि कंपनी सीईओ मेरिसा मेयर पर जितना समय और साधन जाया कर रही है वह कितने काम का है। मेरिसा कंपनी की करीब एक अरब डालर की अवांछित सेवाओं व प्रोडक्ट को बेचना चाहती हैं। उन्होंने अभी इनकी पहचान नहीं की है। उन्होंने यह भी कहा कि याहू का निदेशक मंडल एेसे रणनीतिक विकल्पों पर विचार करेगा जिसके तहत कंपनी अपना पूरा इंटरनेट परिचालन बेच सकती है। उनका यह रूख कुछ शेयरधारकों के आगे झुकने के समान माना जा रहा है।
विश्लेषकों का मानना है कि वेरिजन, एटीएंडटी और काॅम्कास्ट जैसी कुछ कंपनियां याहू के मुख्य कारोबार में रूचि ले सकती हैं। मेरिसा ने भरोसा जताया है कि उनकी अपेक्षाकृत छोटी और केंद्रित कंपनी के तौर पर याहू के परिचालन की योजना से कंपनी का भविष्य नाटकीय तौर पर बेहतर होगा, प्रतिस्पर्धा में टिके रहने की क्षमता बढ़ेगी और उपयोक्ताओं, विज्ञापनदाताओं एवं भागीदरों में आकर्षण बढ़ेगा। याहू के निवेशक सीईओ मेयर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद से हटने का दबाव डाल रहे हैं