कुछ लोग अपने जीवन में जितना भी नाम, यश, इज़्ज़त कमाते हैं, वह सिर्फ़ उनकी विशेष शख्सियत के कारण होता है। एक ऐसा ही क़िस्सा अपने अलग, अद्भुत व्यक्तित्व के लिए विख्यात, मशहूर बॉलीवुड अभिनेता राज कुमार का।
राज कुमार एक फ़िल्म कर रहे थे। उन्होंने फ़िल्म के लिए बहुत मेहनत की। काम भी अच्छा किया। मगर फ़िल्म का भाग्य तो दर्शक के हाथ में होता है। और दर्शक का मिज़ाज आज तक कोई नहीं भांप सका है। यही राज कुमार साहब की फ़िल्म के साथ भी हुआ। उनकी फ़िल्म दर्शकों को पसंद नहीं आई। फ़िल्म पर फ़्लॉप का लेबल लग गया।
फ़िल्म के बाद राज कुमार साहब ने अपनी सेकेट्री को बुलाया और कहा कि उनकी फ़ीस एक लाख रुपए बढ़ा दी जाए। सेकेट्री यह सुनकर हैरान हो गई। उसने राज कुमार साहब से कहा कि फ़िल्म के फ़्लॉप होने के बाद वह किस तरह फ़ीस बढ़ा सकते हैं। इस पर राज कुमार साहब ने अपने ही अंदाज़ में कहा " फ़्लॉप फ़िल्म हुई है, हम नहीं "। हम आज भी सुपरहिट हैं इसलिए फ़ीस बढ़ा दी जाए। यही अदाएं थीं जो राज कुमार साहब जैसे कलाकार दर्शकों के दिल में अमर हो गए