संजीव कुमार ने अपने अभिनय सफर में एक से बढ़कर एक फिल्में की। निर्देशक गुलजार की फिल्म "आंधी" संजीव कुमार के करियर की अहम फिल्म साबित हुई। इस फिल्म से रोचक प्रसंग जुड़ा है।
फिल्म "आंधी" बनकर तैयार हो चुकी थी।फ़िल्म की रिलीज़ डेट नज़दीक आई तो, देश में राजनीतिक सरगर्मी का माहौल था।इंदिरा गाँधी के साथ, फिल्म के मुख्य किरदार की समानता, चर्चा का विषय बन गया था।उस वक़्त, इंदिरा गाँधी की सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्री रहे इंद्र कुमार गुजराल ने फ़िल्म "आंधी" देखी और पास कर दी।
इस तरह 14 फ़रवरी 1975 को फ़िल्म सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई।जैसा कि उम्मीद थी फ़िल्म के इंदिरा गांधी के व्यक्तित्व से जुड़े होने की बात लोगों में प्रसारित हो चुकी थी और इसने एक सनसनी का रूप ले लिया था।फ़िल्म के पोस्टर्स में भी मुख्य किरदार आरती देवी को इंदिरा गांधी के जैसे लुक में दिखाया गया था।इसके साथ ही फ़िल्म में आरती देवी को शराब और सिगरेट का सेवन करते हुए दिखाया गया था।इसको भी इंदिरा गाँधी के जीवन से जोड़कर कर देखा जा रहा था।इस सबका यह नतीजा हुआ कि रिलीज़ होने के छब्बीस हफ़्तों के भीतर ही फ़िल्म को बैन कर दिया गया।उस वक़्त देश में आपातकाल की घोषणा कर दी गई थी।
जब निर्देशक गुलज़ार को इस बात का पता चला तो,उन्होंने अपनी फ़िल्म “मौसम” के साथ ही, फ़िल्म आँधी के उन हिस्सों को दोबारा शूट किया,जिनको लेकर सत्ता के लोगों में आपत्ति का भाव था।कुछ महीने बाद जब इमरजेंसी हटी तो,फ़िल्म को दोबारा रिलीज़ किया गया।अबकी बार फ़िल्म सुपरहिट साबित हुई।सन 1977 में जब इंदिरा गाँधी चुनाव हार गयीं और जनता पार्टी की सरकार बनी तो,जनता पार्टी ने फ़िल्म “आँधी” को राज्य द्वारा संचालित टीवी चैनल पर प्रसारित करवाया।इस फ़िल्म में संजीव कुमार का अभिनय भी शानदार रहा और इसके लिए उन्हें “सर्वश्रेष्ठ अभिनेता” के फ़िल्मफेयर अवार्ड से नवाज़ा गया।संजीव कुमार ने बाद में इस बात को क़ुबूल किया कि उनके किरदार की प्रेरणा फ़िरोज़ गाँधी से ली गई थी।