देशभर में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पिछले काफी समय से माहौल गर्म है। असम से शुरू हुआ प्रदर्शन एक के बाद एक देशभर में फैल रहा है और देखते ही देखते इसने दिल्ली में भी भयंकर रूप ले लिया है। कई यूनिवर्सिटीज के छात्र नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, अब फिल्म इंडस्ट्री से भी छात्रों को सपोर्ट मिल रहा है। बॉलीवुड एक्टर दीया मिर्जा, सोनाक्षी सिन्हा, ऋचा चड्ढा, हुमा कुरैशी, राजकुमार राव और रितेश देशमुख जैसे कलाकारों ने नागरिकता कानून का विरोध किया और स्टूडेंट्स के सपोर्ट में आगे आए। मगर इसी बीच सावधान इंडिया टीवी शो के लीड एक्टर सुशांत सिंह को नागरिकता कानून का विरोध करना भारी पड़ गया। सीएए के खिलाफ आंदोलन में शामिल होने की वजह से उन्हें शो से निकाल दिया गया है। उन्होंने शो से निकलने की खबर खुद सोशल मीडिया पर साझा की है।
ट्वीट कर दी जानकारी
सुशांत सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा- और सावधान इंडिया के साथ मेरा सफर खत्म। दरअसल, मुंबई में इस कानून के विरोध प्रदर्शन में अभिनेता सुशांत सिंह को शामिल होते देखा गया और यही वजह है कि उन्हें शो से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
शो से निकाले जाने की खबर लोगों में फैलने के बाद जब एक शख्स ने उनसे पूछा कि क्या सच बोलने का उन्हें ये इनाम मिला है? इस पर उन्होंने जवाब देते हुए लिखा- सच का साथ देने के लिए ये तो बहुत छोटी कीमत है मेरे दोस्त। वरना तुम भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू का सामना कैसे करोगे। बता दें कि सुशांत ने साल 2002 में राजकुमार संतोषी की फिल्म द लेजेंड ऑफ भगत सिंह में स्वतंत्रता सेनानी सुखदेव का रोल प्ले किया था। फिल्म में अजय देवगन सरदार भगत सिंह के रोल में थे।
2012 से शो सावधान इंडिया के साथ जुड़े थे सुशांत
बता दें कि सुशांत साल 2012 से सावधान इंडिया के साथ जुड़े थे। इस शो में वह बतौर होस्ट नज़र आते रहे हैं। यह एक क्राइम शो है, जिसमें सच्ची घटना से प्रेरित आपराधिक घटनाएं दिखायी जाती हैं। वहीं, अगर बात प्रदर्शन की करें, तो वह एक मात्र सेलेब नहीं हैं। महेश भट्ट भी मुंबई में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में शामिल हो चुके हैं। इसके अलावा कई सेलेब्स सोशल मीडिया पर अपना विरोध जता चुके हैं।
क्या है नागरिकता संशोधन कानून
नागरिकता संशोधन कानून की बात करें तो इस एक्ट के तहत हिंदू, मुस्लिम, सिख, जैन, पारसी और बौद्ध धर्म के वो लोग जो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांगलादेश से 31 दिसंबर, 2014 से पहले आए हुए हैं, उन्हें राहत दी गई है। इस एक्ट के तहत वे अवैध प्रवासी नहीं कहे जाएंगे और उन्हें भारत की नागरिकता दे दी जाएगी।