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नोटों की किल्लत : सिनेमा हालों में सन्नाटा, शो रूम में ग्राहकों का अता पता नहीं

पुराने 500 और 1000 के नोट बंद होने के एक सप्‍ताह बाद भी स्थिति सामान्य नहीं हो पायी है। बड़ी दुकानें बंद हैं। माल मल्टीप्लेक्स में सन्नाटा है। बैंकों के सामने लंबी लंबी लाइनें लगी हैं और लोग अपने नोटों को नये नोट में बदलवाने के लिये सुबह से ही लाइन में लगे हैं।
नोटों की किल्लत : सिनेमा हालों में सन्नाटा, शो रूम में ग्राहकों का अता पता नहीं

वैसे मोहल्लों के अंदर की छोटी छोटी दुकानों से लोग रोजमर्रा का सामान तो खरीद रहे हैं लेकिन बड़ी बड़ी दुकानों से लेकर लक्जरी आइटम, टीवी, फ्रिज, ज्वैलरी, लैपटाप, मोबाइल, बाइक और कार के शो रूम खाली पड़े हैं। यहीं नहीं रविवार के दिन जो मल्टीप्लेक्स सिनेमा प्रेमी दर्शकों से भरे रहते थे वह खाली पड़े रहे और हजारों की सीट क्षमता वाले सिनेमा हाल में दिन भर में मात्र कुछ सौ दर्शक ही आये।

आईनाक्स मल्टीप्लेक्स के मैनेजर फैयाज अहमद ने बताया कि उनके मल्टीप्लेक्स में चार स्क्रीन हैं और एक शो में करीब 1200 दर्शकों के सिनेमा देखने की क्षमता है। इस तरह दिन और शाम के चार शो में करीब 4800 दर्शक आते हैं। पहले शनिवार रविवार को तो लगभग सभी शो हाउस फुल जाते है।

लेकिन इस शनिवार को करीब 650 और रविवार को करीब 750 दर्शक ही सिनेमा देखने आये। जबकि मल्टीप्लेक्स में नयी फिल्म राक आन 2 के अलावा एे दिल है मुश्किल और शिवाय भी चल रही है। वह कहते हैं कि सोमवार को तो दर्शकों की संख्या और कम हो गयी। कमोबेश एेसा ही हाल अन्य मल्टी प्लेक्स और सिंगल स्क्रीन सिनेमा हाल का है।

उन्होंने बताया कि वहीं दर्शक फिल्म देखने आ रहे हैं जो या तो आन लाइन पेमेंट कर रहे हैं या कार्ड से टिकट बुक करा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के लैपटाप के सबसे बड़े डीलर कामेक्सियल के रोहित कोहली के मुताबिक वे थोक में लैपटाप पूरे उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भेजते हैं लेकिन जब से यह नये नोट का मामला आया है तब से विभिन्न शहरों से लैपटाप के नये आर्डर आ ही नहीं रहे हैं क्योकि दुकानदारों के पास जो पहले का माल पड़ा है वहीं नहीं बिक रहा है। कोहली उम्मीद करते है कि जल्द ही हालात समान्य हो जायेंगे।

बाइक कंपनी एक्सिस होंडा के कानपुर के डीलर जे एस अरोड़ा प्रिंस के अनुसार उनके शो रूमों में रोजाना सौ बाइक बिकती थीं लेकिन सोमवार को सिर्फ 10 बाइक बिकी हैं। कर्मचारी खाली बैठे है बिक्री हो नही रही है, नये नोट बाजार में है नहीं, चिंता तो यह है कि इस महीने के आखिर में कर्मचारियों की वेतन कहां से देंगे। शो रूम की बिजली और रखरखाव का खर्च ही इस बिक्री से नहीं निकलेंगा।

जेड स्कवायर माल के एक ब्रांडेड कंपनी के मालिक विकास बताते है कि नगद में तो कोई बिक्री हो ही नही रही है जबकि यह शादियो का सीजन है इस सीजन में तो भारी मात्रा में शापिंग होती थी लेकिन नये नोट के चक्कर में लोग शापिंग उतनी ज्यादा नही कर रहे है जितनी उम्मीद थी। वह कहते हैं कि पूरा शो रूम शादी के डिजाइनर कपड़ों से भरा पड़ा है लेकिन उनका खरीददार कोई नहीं है। भाषा एजेंसी 

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