27 नवंबर 2000 को अजहरूद्दीन को मैच फिक्सिंग का दोषी पाया गया था और आठ दिन के बाद बीसीसीआई ने इस पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी से राजनेता बने अजहर के खेलने पर जीवन भर का प्रतिबंध लगा दिया था। सन 2012 में आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय ने यह प्रतिबंध हटा लिया।
हाशमी ने इस फिल्म के बारे में कहा, जब हम एक मैच देखते हैं, तब हमें मैदान में होने वाली घटनाओं के बारे में जानकारी रहती है। किसी को यह मालूम नहीं रहता कि लॉकर रूम, होटलों, गलियारों में क्रिकेटरों के बीच बातचीत में क्या हो रहा है। कैसे वे मैच फिक्सिंग कांडों में शामिल होते हैं? उन्होंने इस फिल्म के लिए मुझे ढेर सारी सामग्री दी, जो हम पूर्व में नहीं जानते थे।
अभिनेता ने बताया कि अजहर के लिए अजहरूद्दीन ने अपने व्यक्तिगत और व्यवसायिक जीवन से संबंधित घटनाएं साझा की है।