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फिल्म समीक्षा – मिर्जिया

राकेश ओम प्रकाश मेहरा थोड़े कनफ्यूज निर्देशक हैं। उनकी फिल्म रंग दे बसंती चली जरूरी थी, मगर उसमें भी बहुत कमियां थीं। भाग मिल्खा भाग तो फ्लाप ही थी। वह खुद ही नहीं समझ पाए थे कि मिल्खा को खिलाड़ी के तौर पर दिखाना है या व्यक्ति के तौर पर। अब आई है उनकी बहु प्रतीक्षित फिल्म मिर्जिया जिसे क्यों देखा जाए यह सोचना कठिन पहेली को सुलझाना है।
फिल्म समीक्षा – मिर्जिया

अनिल कपूर के सुपुत्र हर्षवर्धन इस फिल्म में लीड रोल में हैं। उनके साथ मॉडल से अभिनेत्री बनी सियामी खेर हैं। हर्षवर्धन की बड़ी बहन सोनम कपूर की पहली फिल्म सांवरिया भी बुरी तरह पिटी थी इसलिए हर्षवर्धन को मायूस होने की जरूरत नहीं है। उन्हें और अच्छी फिल्में मिलेंगी जिसमें उनका सही इस्तेमाल होगा।

पंजाब की लोककथा मिर्जा साहेबा से प्रेरित इस फिल्म में राकेश मेहरा ने उस खूबसूरत कहानी का रंग भी फीका कर दिया है। फिल्म में ओमप्रकाश मेहरा ने सिर्फ और सिर्फ विजुअल पर ध्यान दिया है और यही इस फिल्म की सबसे बड़ी कमजोरी है। सिर्फ सीन देख कर किसी फिल्म को हिट या देखने लायक नहीं बनाया जा सकता।

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