डेनियल क्रेग ने जेम्स बॉन्ड की पुरानी छवि को बनाए रखने के लिए पूरी कोशिश की है। क्रेग अपनी बॉडी लैंग्वेज और हाव-भाव से पुराने बॉन्ड की कमी को पूरा करने की कोशिश करते हैं। जेम्स को नए मिशन पर भेजा गया है। एक संगठन को जो पूरे विश्व में आतंक फैलाना चाहता है, उसके नापाक इरादों को सफल न होने देना। इस सिलसिले में जानकारी इकट्ठी करने के लिए बॉन्ड उसी समूह के एक अपराधी की पत्नी, एक अन्य सदस्य की बेटी से मिल कर जानकारी इकट्ठी करते हैं।
बॉन्ड की कारें, घड़ी, एक्शन में निर्देशक सैम मेंडेस ने कोई कमी नहीं छोड़ी है। बस भारत के सेंसर बोर्ड ने बॉन्ड पर लगाम लगा दी है। अपनी कैसेनोवा की छवि के अनुरूप बॉन्ड अपनी सहयोगी यहां तक की अपनी नायिका को भी चूम नहीं पाएं हैं। इतना ‘शाकाहारी’ बॉन्ड शायद भारतीय दर्शकों को भी हजम नहीं होगा।
इस फिल्म को देखते हुए बहुत आश्चर्य नहीं होता क्योंकि अब बॉलीवुड में भी इस तरह की एक्शन फिल्में बनने लगी हैं। बस हॉलीवुड को जो बात अलग बनाती है वह है, उनका कट टू कट चलना। यानि बीच में फिल्म को धीमा करने वाला कोई तत्व नहीं। न लंबे संवाद न बेकार का नाच-गाना।
डेनियल क्रेग का साथ दिया है, रेल्फ फिएंस, बेन विशा, नाओमी हैरिस, मोनिका बलुची, क्रिस्टोफ वॉल्ट्ज, डेव बतिस्ता और एंड्र्यू स्कॉट। पहले ‘बॉन्ड गर्ल’ के भी काफी चर्चे होते थे। लेकिन इस फिल्म में ऐसा नहीं है। हालांकि यह फिल्म ऐसी नहीं है कि बॉन्ड प्रेमी इसे देख कर खुश हो पाएं।