पिछले कुछ सालों में बॉलीवुड में बायोपिक फिल्मों का चलन बढ़ा है। विभिन्न क्षेत्रों की मशहूर हस्तियों के साथ-साथ कई फिल्मी सितारों की जिंदगी पर भी फिल्में बन रही हैं। लेकिन, भारत कुमार के नाम से मशहूर दिग्गज अभिनेता मनोज कुमार की इसमें दिलचस्पी नहीं है। वे नहीं चाहते कि उनकी जिंदगी पर कोई फिल्म बने या किताब आए।
एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि बायोपिक और बायोग्राफी का विचार उन्हें पसंद नहीं है। साथ ही माना कि इस संबंध में उनसे किसी ने संपर्क भी नहीं किया है। उन्होंने कहा, मैं अपनी जीवनी के खिलाफ हूं। मैं खुद के बारे में नहीं लिख सकता। किसी ने मुझसे संपर्क भी नहीं किया है, क्योंकि वे मेरा मिजाज जानते हैं।
पर्दे और पन्ने पर निजी जिंदगी नापसंद होने के बावजूद उन्होंने प्रेमनाथ पर बनाई गई डॉक्यूमेंटरी ‘अमर प्रेमनाथ’ की प्रशंसा की है। यह डॉक्यूमेंटरी प्रेमनाथ के बेटे मोंटी ने बनाई है। मनोज कुमार और प्रेमनाथ ने रोटी, कपड़ा और मकान, शोर, दस नंबरी जैसी फिल्मों में साथ-साथ काम किया था। 80 वर्षीय मनोज कुमार ने प्रेमनाथ को भारत का एंथोनी क्विन बताते हुए कहा कि वे हर तरह की भूमिका करने में सक्षम थे।