अपनी फिल्म को लेकर बॉलीवुड की इस 'क्वीन' ने बनारस के दशाश्वामेध घाट पर अपनी फिल्म 'मणिकर्णिका' का 20 फुट लंबा पोस्टर रिलीज किया। इस मौके पर कंगना ने मराठी अंदाज में पहनी गई साड़ी में गंगा मैया की आरती की और पांच बार डुबकी लगाई। इस मौके कंगना के साथ फिल्म की पूरी टीम, गायिका रिचा शर्मा, संगीत निर्देशक शंकर एहसान लॉय और लेखक प्रसून जोशी भी मौजूद थे।
इस फ़िल्म के राइटर बॉलीवुड के जाने माने लेखक के वी विजयेंद्र हैं, जिन्होंने 'बाहुबली', 'बाहुबली द कनक्लूजन' और 'बजरंगी भाईजान' जैसी सफल फिल्में लिखी हैं। फ़िल्म के गीत और संवाद प्रसून जोशी ने लिखे हैं। यह फिल्म वर्ष 1857 की नायक रहीं वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर आधारित है।
एक साक्षात्कार के दौरान अभिनेत्री कंगना रणावत ने कहा कि फिल्म निर्माता केतन मेहता कभी भी उनकी नई फिल्म मणिकर्णिका: द क्वीन झांसी का निर्देशन नहीं करने वाले थे। कंगना ने कहा कि यह वह फिल्म नहीं है जिसका निर्देशन केतन मेहता करने जा रहे थे। केतन मेहता और एवी शंकर की बिल्कुल ही अलग टीम है। वो लोग एक फिल्म बना रहे हैं, जो अंग्रेजी में है।
कंगना ने बताया कि मणिकर्णिका: द क्वीन झांसी रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर आधारित फिल्म है, जिसका निर्देशन कृष करेंगे। इस फिल्म की शूटिंग जल्द ही शुरू होगी। अभिनेत्री ने कहा, मेरा मानना है कि इसकी शूटिंग 80-90 दिनों तक चलेगी। इसलिए यह बहुत ही चुनौतीपूर्ण होने जा रही है। हम फिल्म की शूटिंग के लिए वाराणसी और झांसी जाएंगे। फिल्म अगले साल 27 अप्रैल को रिलीज होगी।
गौरतलब है कि दो साल पहले, मेहता ने एक बायोपिक की घोषणा की थी और कंगना ने इसके लिए तैयारी भी शुरू की थी, लेकिन अभिनेत्री और निर्देशक के बीच कथित तौर पर झगड़े की वजह से यह फिल्म नहीं बनी।
कंगना ने बताया कि फिल्म मणिकर्णिका के बाद वह एक फिल्म का निर्देशन भी करने जा रही हैं और यह एक कॉमेडी फिल्म होगी। अभिनेत्री ने कहा कि अब वह निर्देशन पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहती हैं क्योंकि इसको लेकर उन्हें जुनून हैं।
जब अभिनेत्री से पूछा गया कि अगर उनके जीवन पर कोई बायोपिक बनती है तो उसका शीर्षक क्या होगा? इस पर अभिनेत्री का कहना था, मैं मानती हूं कि मुझे अभी काफी दूर जाना है। मैं महसूस करती हूं कि मैं अब तक उस क्षेत्र में नहीं आ पाई हूं, जिसके लिए मेरे अंदर जुनून है, जो कि फिल्म निर्माण है। व्यक्तिगत तौर पर मैं महसूस करती हूं कि मुझे फिल्म निर्माता के तौर पर याद रखा जाएगा, न कि अभिनेत्री के तौर पर।